रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। बीते कुछ महीनों से छत्तीसगढ़ ईडी का केंद्र बिंदु बना हुआ है। छत्तीसगढ़ में ईडी की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। नेता, अधिकारी, शराब कोरोबारियों के ठिकानों में लगातार छापेमार कार्रवाई हो रही है। बुधवार को ईडी ने कई अफसरों और नेताओं के घर छापा मारा था। छापेमार कार्रवाई के बाद अब ईडी ने एक लेटर जारी किया है। इस लेटर में उपसचिव सौम्या चौरसिया और निलंबित आईएएस समीर विश्नोई के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज करने की बात कही गई है। वहीं, इस लेटर में समीर विश्नोई और सौम्या चौरसिया के भ्रष्टाचार और संपत्ति का भी खुलासा किया गया है।

ED ने 24 मार्च को एक लेटर जारी किया है। लेटर प्रवर्तन निदेशालय ने छत्तीसगढ़ के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस DGP और समान प्रशासन विभाग के सचिव को लिखा है। ईडी के लिखे लेटर के अनुसार, सौम्या चौरसिया और समीर विश्नोई के खिलाफ कुल मामले में जो ईडी ने कार्रवाई की है उसमें कुछ तथ्य प्रस्तुत किए गए हैं। ईडी ने कोयला घोटाले में सौम्या चौरसिया को सबसे प्रभावशाली व्यक्ति बताते हुए मुख्य आरोपी बनाया है। इतना ही नहीं इस लेटर में समीर विश्नोई और सौम्या चौरसिया की संपत्ति का भी जिक्र किया गया है।

क्या हैं लेटर के अहम प्वाइंट :
ईडी के लेटर में कोयला घोटाले से जुड़े सभी अहम तथ्यों को भी सम्मिलित किया गया है। इसमें उन सभी बातों का जिक्र है कि किस तरह से सूर्यकांत तिवारी के माध्यम से 25 रुपये टन की अवैध वसूली की जा रही थी। इसके साथ ही सूर्यकांत तिवारी और समीर विश्नोई के बीच हुई सोशल मीडिया में की गई चर्चा के बारे में भी जानकारी दी गई है। वहीं, सौम्या चौरसिया की चल और अचल संपत्ति का पूरा ब्योरा इस पत्र में दिया गया है।

ED कि चिट्ठी से मुश्किल में पड़ सकते हैं यह दोनों अधिकारी :
प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा जारी लेटर पर लेकर राज्य सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। लेटर में बताया गया है कि समीर विश्नोई की करीब 7 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की गई है। वहीं, सौम्या चौरासिया के पास से 22 करोड़ रुपए की ज्यादा की संपत्ति के बारे में जानकारी दी गई है। बता दें कि फिलहाल कोल घोटाले के मामले में लगातार ईडी की कार्रवाई राज्य में चल रही है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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