गाजियाबाद/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। गाजियाबाद धर्मांतरण मामला अब NIA के पास पहुंच गया है। जल्द ही एजेंसी जांच शुरू कर देगी। सूत्रों के मुताबिक ऐसे मामलों में विदेशी लिंक की साजिश नजर आ रही है। एनआईए इन्हीं विदेशी लिंक की सच्चाई बाहर लेकर आएगी। FIR दर्ज कर NIA आरोपियों से पूछताछ करेगी। पुलिस की मौजूदगी में अब्दुल रहमान ने धर्म बदलवाने की बात कुबूल की है। दो दिन पहले पुलिस ने इस रैकेट का पर्दाफाश किया था। इसके लिंक विदेशों से मिले थे। ये लोग ऑनलाइन गेमिंग एप से हिंदू लड़कों को फंसाते हैं। उनका माइंडवाश किया जाता था। इसके बाद उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है।
ऑनलाइन धर्मांतरण का नाम सुनकर पुलिस के भी होश उड़ गए। इसमे एक मौलवी का नाम सामने आया था। पुलिस ने पूछताछ की तो मौलवी अब्दुल रहमान ने कबूल किया कि वो इस्लाम का प्रचार प्रसार करता था। नाबालिग हिंदू लड़कों को अपने जाल में फंसाता था। जब वो युवक इस्लाम अपनाने के लिए तैयार हो जाता था तो फिर शुरू होता था धर्म बदलवाने का गंदा खेल। पुलिस की मानें तो आरोपी अब्दुल ने खुलासा किया है कि वो गैर मुस्लिम लड़कों को इस्लाम के बारे में जानकारी देता था।
अब्दुल ने बताया कि उसकी जान पहचान एक साल पहले इलाके के दो नाबालिग लड़कों से हुई थी। पूछताछ में अब्दुल ने कुबूल किया कि वो दोनों नाबालिग लड़कों को उनके धर्म के बारे में उकसा रहा था और इस्लाम को सर्वोपरि बता कर उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने के लिए कह रहा था। दोनों नाबालिग लड़के अब्दुल की बातों से प्रभावित हो गए और मस्जिद में नमाज पढ़ने आने लगे। पूछताछ में अब्दुल ने ये भी बताया कि एक लड़के के परिवार को जब इसकी जानकारी मिली तो वो पुलिस के पास गए। अब्दुल को लगा कि वो पकड़ा ना जाए इसलिए उसने अपने मोबाइल से सभी हिस्ट्री और चैट डिलीट कर दी।