रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। बारह ज्योतिर्लिंगों में वर्णित दो ज्योर्तिलिंग मध्यप्रदेश के उज्जैन और ओंकारेश्वर में है। सावन माह को देखते हुए ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाकर भक्तों की सुविधा को देखते हुए नए नियम लागू किये गए हैं। श्रावण मास के लिये ओंकारेश्वर मंदिर प्रांगण को फूलों से सजाया गया है। ओंकारेश्वर मन्दिर, राज महल और ओमकार पर्वत पर आकर्षक विद्युत साज-सज्जा भी की गई है।
गौरतलब है की 19 वर्षों में ऐसा योग आया कि इस बार अधिक मास होने की वजह से दो माह तक सावन माह रहेगा। 4 जुलाई से सावन माह प्रारंभ हो चुका है। सावन के दो माह मे आठ सोमवार आएंगे। ओंकारेश्वर में इस बार आठो सोमवार को महा सवारी निकलेगी। इस दौरान भोलेनाथ पालकी पर सवार होकर नगर भृमण करते हुए अपने भक्तों का हाल जानने निकलेंगे। 28 अगस्त को सावन माह का अंतिम सोमवार होगा। भादो माह के दूसरे सोमवार 11 सितंबर को ओंकारेश्वर महाराज, ओंकार पर्वत की परिक्रमा भी करेंगे। श्रावण मास के दौरान कई भक्त ओंकारेश्वर में रहते हुए भगवान शिव की आराधना करते है। ऐसे भक्तों ने धर्मशाला में आश्रमों में अपना डेरा भी डाल दिया है।
करीब 10 लाख भक्तों के ओंकारेश्वर आने की संभावना :
सावन के महीने में प्रसिद्ध कथाकार कमल किशोर जी नागर महाराज की कथा ओंकारेश्वर के नागर घाट में होने जा रही है। तो मुरारी बापू भी एक दिन की कथा ओंकारेश्वरमें करेंगे। सावन के दोनों माह में प्रशासन ने करीब 10 लाख भक्तों के ओंकारेश्वरआने की संभावना जताई है। भक्तों की भीड़ को देखते हुए यहां पुख्ता प्रबंध किए हैं। अनूप सिंह पुलिस अधीक्षक ओमकारेश्वर पहुंचकर यहां चल रही व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
प्रशासन ने दर्शन के लिए लागू किए ये नए नियम :
श्रावण माह में भक्तों को दर्शन सही तरीके से हो सकें इसके लिए प्रशासन ने कुछ नए नियम बनाकर लागू किये है। ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग ट्रस्ट द्वारा श्रावण माह को देखते हुए विशेष व्यवस्था की गई है। मन्दिर ट्रस्टी जंग बहादुर के अनुसार श्रावण के दो माह तक दर्शन की आन लाइन बुकिंग नही होगी। शनिवार, रविवार और सोमवार को वीआईपी दर्शन बंद रहेंगे।
मंदिर में सुबह 9 बजे तक फूल, बिल्ब पत्र चढ़ाने और अभिषेक की व्यवस्था रहेगी। उसके बाद जल, बेल पत्र और फूल चढ़ाना प्रतिबंधित किया जावेगा। मंदिर परिसर में अनाधिकृत प्रवेश करने वाले पंडित पुजारियों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। अभिषेक के लिए हाल में ही जगह दी गई है, जहां भक्तो को पंडित अभिषेक करवा सकेंगे।
यहां नहीं जा पाएंगे भारी वाहन :
जिला प्रशासन ने वीआईपी दर्शन के नाम पर हो रही लूट और श्रद्धालुओं के साथ हो रही अभद्रता को रोकने के लिए फ्लाइंग स्कवाड बनाया गया है। जिसमे दस से अधिक लोग शामिल होंगे। जो मंदिर की व्यवस्थाओं पर नजर बनाए रखेंगे। बड़ी संख्या में कावड़ यात्री खण्डवा-इंदौर मार्ग से होकर उज्जैन और ओंकारेश्वर पहुंचते है। जो पवित्र नर्मदा नदी का जल बाबा भोलेनाथ को चढ़ाते है। कावड़ यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर इंदौर और खण्डवा जिला प्रशासन ने मिलकर यह निर्णय लिया कि इस दौरान भारी वाहनों का इंदौर इच्छापुर नेशनल हाइवे से आवागमन प्रतिबंधित रहेगा।