इंफाल/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। मणिपुर में महिलाओं को नंगे बदन गांव में घुमाने वालों को गिरेबान से पकड़ कर पुलिस ने भले ही जेल में ठूंस दिया हो, लेकिन पीड़ित परिवार के जेहन से उस मनहूस वाकये को धो पाना सिर्फ इतने भर से शायद संभव न हो। जिन दो लड़कियों ने इस बर्बरता को झेला उनमें से एक की मां का दर्द इस घटना को याद करने भर से फूट पड़ता है। इंसानियत को झकझोर देने वाले उस वीडियो के बाद अब एक इंटरव्यू सामने आया है। इस इंटरव्यू में मणिपुर की अस्मिता को हिला कर रख देने वाले उस कांड की पीड़िता की मां बैठी है। सहमी हुई सी। हल्की सी गर्दन उठाती है और कहती है कि अब उनके लिए वापस गांव जा पाना संभव नहीं होगा। इतना कहने भर के बाद उसके आंसू फूट पड़ते हैं। उस पल को याद कर वो रोते-रोते बेसुध हो जाती है। जिसके बाद उसके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकलता।
मणिपुर सरकार पर आरोप लगाते हुए मां ने कहा कि सरकार ने हिंसा को रोकने के लिए उचित कदम नहीं उठाए। सरकार ने वहां के लोगों की सुरक्षा भी ठीक से नहीं की। एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में बताते हुए महिला की मां ने कहा कि, हिंसक भीड़ ने उनके पति और बेटे को मार दिया। वहीं, कैमरे के सामने उनकी बेटी को निर्वस्त्र करके पूरे गांव में घुमाया और उसके साथ छेड़छाड़ की। यह घटना घाटी में हुई हिंसा के ठीक एक दिन बाद यानी 04 मई को हुई।
‘नहीं लौट पाऊंगी गांव’ – पीड़िता की मां :
महिला की मां ने आगे बताया कि, घटना के बाद वो अपने आप को असहाय महसूस करती हैं। उन्होंने कहा कि ‘मैंने अपना छोटा बेटे खो दिया, जो मेरे जीवन की पूरी उम्मीद था। अच्छी शिक्षा के लिए उसे स्कूल भेजा। लेकिन, अब उसके पिता भी नहीं बचे। इसलिए जब भी मैं अपने भविष्य के बारे में सोचती हूं तो मुझे कोई उम्मीद नहीं दिखती।
उन्होंने बताया कि गांव में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच पूरी तरह से विश्वास टूट जाने के बाद, हिंसा का पैमाना बढ़ गया है। ऐसे में उनके मन में घर वापस लौटने का विचार भी नहीं आता है। उन्होंने कहा, ‘हमारे वापस गांव जाने की कोई संभावना नहीं है। वापस जाने का विचार मेरे दिमाग में आता ही नहीं है। हमारा घर जला दिया गया, खेत जला दिए गए। ऐसे में मैं वापस करने भी क्या जाऊं।’
सरकार को ठहराया जिम्मेदार :
राज्य में 3 मई से हो रही हिंसा को काबू न कर पाने के लिए पीड़िता की मां ने मणिपुर सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि मेरे पति और बेटे की निर्मम हत्या के साथ-साथ मेरी बेटी के साथ हुई छेड़छाड़ से मैं बहुत क्रोधित भी हूं। उन्होंने ने कहा कि मणिपुर सरकार कुछ नहीं कर पाई। भारत की सभी माताएं और पिता नुकसान में हैं। मां ने बताया कि खुद के स्वास्थ्य को ध्यान रखते हुए उन्होंने डॉक्टर से परामर्श भी लिया है।