बरेली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। उत्तर प्रदेश के बरेली में कांवड़ियों पर हुए पथराव मामले में अब नया मोड़ सामने आया है। बारादरी में पूर्व पार्षद उस्मान और मस्जिद के मौलाना के इशारे पर कांवरियों पर पथराव करवाया गया था, ऐसा आरोप कांवड़ियों ने लगाया है। इस संबंध में इन दोनों के खिलाफ पुलिस थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करवाई गई है।
बरेली के बारादरी के जोगी नवादा में असामाजिक तत्वों ने रविवार को पथराव की घटना को अंजाम दिया है। पथराव की घटना में एक दर्जन से ज्यादा लोगों को चोटें आई थीं। लगभग 7 घंटे तक जमकर हंगामा हुआ। ऐसे आरोप लगे कि कावड़ियों पर कीचड़ भी फेंके गए। उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ी भी तोड़ दी। एक राहगीर की गाड़ी पर भी हमला किया।
पुलिस ने 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया केस :
पुलिस ने इस मामले में पूर्व पार्षद उस्मान और मस्जिद के मौलाना समेत 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं, डेढ़ सौ अज्ञात लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी पूर्व पार्षद उस्मान को गिफ्तार कर लिया है। जिस मोहल्ले के पास पथराव को अंजाम दिया गया है, वहां पर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
2 से 3 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था :
दरअसल, जोगी नवादा की गुसाईं गोटिया में नूरी मस्जिद के पास से 3000 कांवरियों का जत्था जा रहा था, इसी बीच कांवड़ियों पर असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया। वहीं, पथराव की घटना के बाद कांवड़ियों ने बरेली पीलीभीत हाईवे पर जाम लगा दिया और वे धरने पर बैठ गए। लगभग 2 से 3 किलोमीटर लंबा जाम लग गया।
इस मामले में एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि कांवड़ियों का जत्था गुजरने के दौरान वहां कुछ उपद्रवियों ने विवाद खड़ा कर दिया था। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज से पता लग रहा है कि दोनों तरफ से पत्थर फेंके गए हैं। अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।