रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। देश के कई हिस्सों में आई फ्लू बीमारी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आलम यह है कि अस्पतालों में इस बीमारी के मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ रही है। बीते कई सालों में ऐसा पहली बार है जब आई फ्लू के इतने ज्यादा केस रिपोर्ट किए जा रहे हैं। आलम यह है कि अगर परिवार में किसी एक व्यक्ति को ये संक्रमण हो रहा है तो सभी सदस्य संक्रमित हो रहे हैं। छोटे बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी इस संक्रमण से पीड़ित हो रहे हैं।

डॉक्टरों का कहना है कि बारिश के मौसम में तापमान कम हो जाता है और ह्यूमिडिटी बढ़ जाती है। इससे कई तरह के बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो आई फ्लू जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं। अधिकतर मामलों में आई फ्लू कुछ दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन अगर लक्षण लंबे समय कर बने हुए हैं और इलाज न कराया तो ये आंखों को नुकसान भी पहुंचा सकता है। ऐसे में आंखों की इस बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए।

एम्स में रोजाना 100 से अधिक मरीज आ रहे :
एम्स नई दिल्ली के आरपी सेंटर के प्रमुख डॉ. जे. एस तितियाल बताते हैं कि डिपार्टमेंट की ओपीडी में आई फ्लू के रोजाना 100 से ज्यादा मामले आ रहे हैं। अधिकतर लोगों में ये संक्रमण कुछ हफ्ते में ठीक हो जाता है, लेकिन अगर इसमें बैक्टीरिया का इंफेक्शन हो गया तो लक्षण गंभीर हो सकते हैं। ऐसे में लोगों को सलाह है कि आंखों में दर्द या इनके लाल होने पर डॉक्टर से सलाह लें।

लापरवाही न बरतें :
दिल्ली में सर गंगाराम हॉस्पिटल में आई डिपार्टमेंट के एचओडी प्रोफेसर डॉ. एके ग्रोवर ने बताया कि आई फ्लू होने पर खुद से कोई दवा लेने से बचना चाहिए। इस स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। अगर लग रहा है कि आंखों में दर्द और लालिमा बढ़ती जा रही है तो ये संकेत हैं कि ये संक्रमण गंभीर रूप ले रहा है। इस स्थिति में आपको अस्पताल जाना चाहिए। जिन लोगों को पहले से ही आंखों की कोई बीमारी है उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे लोगों के लिए आंखों के मामले में कोई भी लापरवाही बरतना खतरनाक साबित हो सकता है। इससे रोशनी कम होने का भी रिस्क हो सकता है।

आई फ्लू के बढ़ने के कारणों पर गौर करने की जरूरत :
महामारी विशेषज्ञ डॉ जुगल किशोर कहते हैं कि इस बार आई फ्लू के मामले रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ रहे हैं। पहले की तुलना में करीब तीन गुना ज्यादा केस आ रहे हैं। इसके कारणों के बारे में जानने की जरूरत है। यह पता करना होगा कि इस बीमारी के वायरस या बैक्टीरिया में कोई बदलाव तो नहीं आ गया है। साथ ही लोगों को इस इंफेक्शन के बारे में जानकारी देनी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि कई लोगों को आई फ्लू के लक्षणों और बचाव के बारे में सही जानकारी नहीं है।

इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज :

आंखों में तेज दर्द,

आंखों से लगातार पानी आना,

आंखों का लाल होना,

बहुत ज्यादा खुजली होना

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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