रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। मानसून की गतिविधियों में एक बार फिर से वृद्धि होने के आसार बन रहे हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार आगामी दो दिनों के बाद छत्‍तीसगढ़ में फिर से मानसून सक्रिय होगा और अक्टूबर का पहला सप्ताह नम रह सकता है, जबकि इससे पहले सितंबर के अंत तक मानसून की विदाई संभव मानी जा रही थी, लेकिन दोबारा से बन रहे सिस्टम की वजह से जाते-जाते मौसम फिर एक बार प्रदेश को तर-बतर करता हुआ जाएगा और अक्टूबर के पहले सप्ताह में अच्छी बारिश के संकेत दिखाई दे रहे हैं।

इसी बीच राजधानी में शुक्रवार को मौसम के आंशिक रूप से मेघमय रहने की संभावना है और संध्या/रात्रि में बारिश के आसार हैं। वहीं, अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इसी बीच गुरुवार को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम, जबकि एक स्थान पर भारी वर्षा दर्ज की गई। साथ ही प्रदेश में अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस डोंगरगढ़ में, जबकि न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस दुर्ग में दर्ज किया गया।

गुरुवार को राजधानी में बादलों की आंख मिचौली जारी रही। वहीं, प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम, जबकि एक स्थान मस्तूरी में भारी वर्षा दर्ज की गई। आंकड़ों के अनुसार मस्तूरी में आठ सेमी, जशपुर में चार सेमी, चांपा, बिल्हा में तीन सेमी, अकलतरा, बस्तानार, जैजैपुर, जांजगीर में दो सेमी, पामगढ़, महासमुंद, मुंगेली, बसना, बैकुंठपुर, नारायणपुर, कुरुद में एक सेमी, जबकि कुछ स्थानों पर इससे कम वर्षा दर्ज की गई।

24 घंटे बाद बनेगा कम दबाव का क्षेत्र :
चक्रवाती संचरण म्यांमार और उससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से अगले 24 घंटे के दौरान एक कम दबाव का क्षेत्र पूर्व-मध्य और इससे सटे पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने के आसार हैं। जिसके 48 घंटे के भीतर उत्तर ओडिशा और उससे सटे पश्चिम बंगाल की तटों की ओर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के आसार हैं। जिसका प्रभाव प्रदेश में भी व्यापक रूप से देखने को मिल सकता है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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