सूरजपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां एक परिवार ने 12 साल पहले अपनी बेटी को मृत समझकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया था.
वह लड़की अचानक दो बच्चों को लेकर घर पहुंच गई. अचानक अपनी बेटी को देखकर मां-पिता सहित पूरा परिवार बेहद खुश है. दरअसल यह पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के केतका गांव का है. जहां 2012 में 19 साल की अनीता का विवाह तय हो गया था.
अचानक शादी के एक दिन पहले वह गायब हो गई. परिजनों ने खोजबीन के बाद किसी अनहोनी की आशंका को लेकर कोतवाली थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी. तभी लगभग 2 साल बाद 2014 में सरगुजा जिले के बतौली थाना क्षेत्र में एक युवती का शव मिला था. जिसकी ख़बर एक अखबार में देखकर अनीता के परिजनों को यह लगा कि वह उनकी बेटी अनीता का ही शव है. इसके बाद अनीता के परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया और यह मान लिया कि उनकी बेटी की मौत हो चुकी है.
लेकिन 12 साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद अचानक सोमवार 24 जून को अनीता दो बच्चों के साथ अपने मायके पहुंची. उसने बताया कि 12 साल पहले एक युवक से वह प्रेम करती थी और शादी के पहले भाग कर उससे शादी कर ली. वो इतने साल से अपने पति के साथ रायपुर में रह रही है. अब उसके तीन बच्चे भी हैं. अनीता ने बताया कि 12 साल पहले अचानक उसके मोबाइल पर एक लड़के का रॉग नंबर आया था, इसके बाद दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और ये बातचीत प्यार में बदल गई.
ये लड़का दूसरे जाति का था. इसलिए अनीता अपने घर वालों को यह बात नहीं बता पाई और शादी से एक दिन पहले भाग कर उसके साथ शादी कर ली और अब वह अपने पति के साथ बहुत ही सुखी जीवन जी रही है. मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और उसने अनीता का बयान लेकर उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया. वहीं 12 साल बाद अपनी बेटी को अपने बीच पाकर माता-पिता और पूरा परिवार काफी खुश नजर आ रहा है.