धमतरी। गुलशन कुमार। जिले में आचार संहिता खत्म होने के साथ विभागीय कार्यो में तेजी आई है। धमतरी जिला मुखालय स्थित तहसील कार्यालय में किसान, छात्र एवं मजदूर सहित विभिन्न वर्गो के लोग रोजाना अपने एवं अपनी जमीन से जुड़ी कार्यो में सुधार करने के साथ ही विभिन्न शासकीय दस्तावेज बनवाने पहुंच रहे है, यहां आकर सभी को जेब ढीली करनी पड़ रहीं है यू कहे तो अवैध वसुली का कार्यो जोरों पर है।
आखिर तहसील कार्यालय में बाबू, चपरासी और अटैच कोतवाल किसके इशारों में मिलीभगत करके अवैध वसुली कर रहे हैं ये जांच का विषय है।
तहसील कार्यालय पहुंचे किसानों एवं छात्राओं ने बताया कि विभागीय काम ऑनलाईन होने के साथ ही दिक्कतें और बढ़ती जा रही है। राजस्व विभाग की कुछ गलतियों एवं लापरवाही के कारण दस्तावेजों में रिकार्ड सही होने के बाद भी ऑनलाईन रिकार्ड में नाम, जाति, रकबा जैसी विभिन्न प्रकार की त्रृटियां हो गई है जिसका सुधार उच्च अधिकारी स्तर में होने के कारण छोटे-छोटे सुधार कार्यो के लिए अनावश्यक रूप से विभागों के कई महिनों चक्कर लगाना पड़ रहा है, विभिन्न स्तरों के जांच के नाम पर संबंधित विभागों के कुछ अधिकारी कर्मचारियों द्वारा चढ़ावा की मांग की जाती है। जिससे गरीब, मजदूर किसान वर्ग को मानसिक परेशानी के साथ ही आर्थिक क्षति भी हो रही है। कभी कभी ऐसा अनुभव होता है कि ये सभी त्रुटियां जान बुझकर पैसा उगाही के लिए सुनियोजित तरीके से किया जाता है।