सूरजपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। सूरजपुर में मानवता को झकझोर देने वाला एक मामला सामने आया है. जिसमें पुलिस और समाज दोनों के चेहरे से नकाब उतार कर रख दिया है. आरोप है कि मानसिक रूप से दिव्यांग एक लड़की के साथ गांव के ही चार लड़कों ने गैंगरेप किया है.
लेकिन इतने गंभीर मामले में पुलिस ने मामला तक दर्ज नहीं किया. वहीं समाज के कुछ तथाकथित ठेकेदारों ने बैठक कर आरोपियों पर अर्थदंड लगाते हुए उन्हें दोष मुक्त करने का फैसला सुना दिया.
सूरजपुर जिले के एक छोटे से गांव में रहने वाली 19 साल मानसिक रूप से बीमार युवती अपने पिता को भोजन देकर खेत से लौट रही थी, इसी दरमियान गांव के चार लड़कों ने उसका रास्ता रोका और उसके साथ गैंगरेप किया. जब पीड़ित लड़की ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी तब परिजन थाना पहुंचे और अपनी आपबीती सुनाई.पुलिस ने जानकारी के बाद एक आरोपी को हिरासत में भी ले लिया है. लेकिन तभी कुछ समाज के तथाकथित ठेकेदार थाने पहुंचे और उन्होंने पुलिस को इस गंभीर मामले में समझौता करने के लिए कहा. आरोप है कि पुलिस ने पैसा लेकर आरोपियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है. वहीं समाज के तथाकथित ठेकेदारो ने गांव में बैठक कर सभी आरोपियों को दो-दो लाख रुपए का अर्थ दंड सुनाया और मामले को रफा-दफा कर दिया.पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.