रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ में मानसून की गतिविधियां तेज हो गई हैं, जिसके चलते बस्तर के कई इलाकों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। पिछले 48 घंटों में पूरे राज्य में बारिश हुई है, लेकिन बस्तर में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। पिछले दो दिनों से बस्तर के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है।
भारी बारिश के मद्देनजर कलेक्टर हरीश एस ने 9 सितंबर को सुकमा जिले के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। इसमें सरकारी, गैर सरकारी और अनुदान प्राप्त स्कूल शामिल हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण सुकमा में नदियों और नालों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है।मौसम विभाग ने आज दस जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में कोरिया, कोरबा, धमतरी, गरियाबंद, दंतेवाड़ा, सुकमा, कांकेर, बीजापुर और नारायणपुर शामिल हैं। अगले तीन दिनों तक पूरे प्रदेश में मानसून की सक्रियता बनी रहने की उम्मीद है। इस दौरान कई जिलों में गरज और बिजली के साथ भारी बारिश हो सकती है। संभावित खतरों के प्रति निवासियों को सावधान करने के लिए कई जिलों में बिजली गिरने का अलर्ट भी जारी किया गया है।
बस्तर में भारी बारिश जारी रहने के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है। निवासियों को सलाह दी गई है कि वे घर के अंदर रहें और तीव्र मानसून गतिविधि के इस दौर में अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सावधानी बरतें।छत्तीसगढ़ में मानसून का असर देखने को मिल रहा है, अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग स्तर पर बारिश हो रही है। कुछ इलाकों में मध्यम बारिश हुई है, जबकि बस्तर जैसे इलाकों में स्थिति गंभीर है। पूर्वानुमान के अनुसार अगले कुछ दिनों में इन जिलों में एक या दो स्थानों पर गरज और बिजली के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। लो स्थिति को संभालने और चल रही भारी बारिश से उत्पन्न किसी भी संभावित जोखिम को कम करने के प्रयास जारी हैं। प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी घटना से निपटने के लिए आपातकालीन सेवाएँ तैयार हैं।