भारत में भी मंकी पॉक्स ने दस्तक दे दी है…विदेश से लौटे एक शख्स में मंकी पॉक्स के लक्षण पाए गए हैं…संदिग्ध को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है…वहीं उसके संपर्क में आए लोगों को ट्रेस किया जा रहा है…विदेश मंत्रालय के मुताबिक फिलहाल संदिग्ध मरीज की हालत ठीक है…सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है साथ ही शख्स की ट्रैवल हिस्ट्री निकाली जा रही है…बीते 14 अगस्त को WHO ने मंकीपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था…केंद्र सरकार ने 20 अगस्त को सभी पोर्ट, एयरपोर्ट के साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश बॉर्डर पर अलर्ट जारी किया था…बताया जा रहा है अफ्रीका के 10 देश इसकी चपेट में हैं …

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि फिलहाल संदिग्ध रोगी की हालत स्थिर है। एमपॉक्स की मौजूदगी की पुष्टि के लिए मरीज के नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि उसके लक्षण एनसीडीसी द्वारा पहले से बताए गए लक्षणों के अनुरूप ही हैं। हालिया अध्ययन में वैज्ञानिकों ने एमपॉक्स के बढ़ते मामलों के लिए इसके नए स्ट्रेन ‘क्लेड आईबी’ को जिम्मेदार माना है। विशेषज्ञों ने कहा इस बात की गंभीर चिंता है कि वायरस म्यूटेट हो रहा है और नए स्ट्रेन पैदा कर रहा है। यह उन देशों में भी रिपोर्ट किया जा रहा है जहां अब तक एमपॉक्स का खतरा नहीं था।जिसके बाद भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी लोगों को संक्रमण को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी थी। मंत्रालय ने एमपॉक्स कैसे फैलता है और संक्रमण की स्थिति में क्या करें, इस बारे में विस्तार से जानकारी साझा की थी।