भुवनेश्वर। क्राइम ब्रांच ने पुलिस हिरासत में एक सैन्य अधिकारी की मंगेतर पर कथित यौन हमले के संबंध में शुक्रवार को मामला दर्ज किया। भरतपुर पुलिस थाने के पूर्व प्रभारी निरीक्षक दीनकृष्ण मिश्रा, उपनिरीक्षक बैसालिनी पांडा, सलिलामयी साहू, सागरिका रथ और कांस्टेबल बलराम हांसदा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

ओडिशा पुलिस ने बुधवार को भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस थाने में एक सैन्य अधिकारी पर कथित हमले और उसकी मंगेतर से ”उत्पीड़न” के सिलसिले में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। पश्चिम बंगाल में तैनात सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर ने रविवार सुबह भरतपुर पुलिस थाने में रोड रेज की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर दोनों का पुलिसकर्मियों से विवाद हो गया था। पुलिस के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार करने के आरोप में भुवनेश्वर में गिरफ्तार की गई महिला ने दावा किया कि हिरासत में लिए जाने के बाद उसका यौन उत्पीड़न किया गया।

हाईकोर्ट द्वारा गुरुवार को उसे जमानत दिए जाने पर रिहा कर दिया गया। वर्तमान में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर में उपचार करा रही महिला ने कहा कि उस रात कुछ और पुलिसकर्मी थाने पहुंचे और उसके मित्र से शिकायत लिखने को कहा। उन्होंने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया, ”मुझे नहीं पता कि क्या हुआ, उन्होंने उसे बंदीगृह में डाल दिया। जब मैंने आवाज उठाई कि वे एक सैन्य अधिकारी को हिरासत में नहीं रख सकते।।।।, तो दो महिला अधिकारियों ने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी।” मामला ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर का है।पुलिस की क्रूरता झेलने वाले आर्मी ऑफिसर सिख रेजिमेंट का हिस्सा हैं। उनकी मंगेतर भुवनेश्वर में अपना रेस्टोरेंट चलाती हैं। महिला ने बताया,’रात करीब 1 बजे मैं अपना रेस्टोरेंट बंद करके घर लौट रही थी। तभी कुछ युवकों ने मेरे साथ बदसलूकी की।

हमने पुलिस से मदद लेने के बारे में सोचा और सीधे भरतपुर थाने पहुंच गए।’ महिला ने बताया कि उसने प्रतिरोध करने की कोशिश की और जब एक महिला पुलिसकर्मी ने उसकी गर्दन पकड़ने की कोशिश की तो उसने उसके हाथ पर काट लिया। उसने आरोप लगाया कि इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसके हाथ-पैर बांधकर उसे एक कमरे में बंद कर दिया। महिला ने आरोप लगाया, ‘कुछ देर बाद एक पुरुष अधिकारी ने दरवाजा खोला और मेरे सीने पर कई बार लात मारी। उसने मेरी और अपनी पैंट भी नीचे कर दी। अपने गुप्तांग दिखाते हुए उसने मुझसे पूछा कि तुम कब तक चुप रहना चाहती हो।” घटना का स्वतः संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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