नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसके पीछे के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो सका है। वो काफी लंबे समय से पार्टी की नीतियों को लेकर नाराज चल रहे थे और जम्मू में जो पार्टी ने उन्हें जिम्मेदारी दी थी उससे वो पहले ही इस्तीफा दे चुके थे। कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया, इस इस्तीफे में प्राथमिक नेतृत्व भी शामिल है, आजाद ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पांच पन्नों का एक नोट भेजा गया है, जहां उन्होंने पार्टी के साथ अपने लंबे संबंध और इंदिरा गांधी के साथ अपने करीबी संबंधों को याद किया। हाल ही में गुलाम नबी ने अपनी अभियान समिति के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति से इस्तीफा दे दिया था। आजाद असंतुष्ट जी-23 के प्रमुख हैं और उच्च पदों में नामांकन के लिए पार्टी द्वारा उन्हें किनारा किया गया था। बता दें कि आजाद का इस्तीफा पार्टी के लिए बड़ी चोट साबित हो सकता है क्योंकि यह माना जाता हैं कि पार्टी के महत्वपूर्ण नियुक्तियां करते समय उनसे सलाह ली जाती थी और वे पार्टी मंचों में सक्रिय थे।