रांची/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। झारखंड के अंकिता हत्याकांड मामले में दुमका पुलिस ने आज 110 पेज की चार्जशीट दाखिल की है। इसमें शाहरुख को मुख्य अभियुक्त और उसके साथ छोटू और नईम को अभियुक्त बनाया गया है। वहीं, इसी हत्याकांड में राष्ट्रीय महिला आयोग की फैक्ट फांडिंग टीम ने भी बड़े खुलासे किए हैं। टीम ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि मृतका की उम्र पुलिसद्वारा जानबूझकर बढ़ाने का आरोप झूठा है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा कि विसंगति पीड़िता के मरने से पहले लिए गए बयान को दर्ज करने के समय “गलतफहमी” के कारण थी। आपको बता दें कि आरोपी ने 23 अगस्त को दुमका में सो रही अंकिता पर खिड़की के बाहर से कथित तौर पर पेट्रोल उड़ेल दिया और उसे आग के हवाले कर दिया। एनसीडब्ल्यू ने घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय तथ्यान्वेषी दल का गठन किया था। एनसीडब्ल्यू ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पुलिस द्वारा आरोपी को बचाने के लिए पीड़िता की उम्र बढ़ाने का कथित आरोप झूठा पाया गया है। बयान में कहा गया है कि मौत से पहले बयान दर्ज करते समय गलत सूचना के कारण लड़की की उम्र को लेकर गलतफहमी पैदा किया गया है।