नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। भारतीय क्रिकेट टीम इस बार एशिया कप से खिताब जीते बिना देश वापस लौट गई, लेकिन टीम ने अपने सफर का अंत उस अंदाज में किया, जिसकी जरूरत भारतीय क्रिकेट फैंस को थी, लेकिन उम्मीद शायद ही किसी ने की होगी। अपने आखिरी मैच में भारत ने अफगानिस्तान को 101 रनों से हराया। इस जीत ने टीम इंडिया और इसके फैंस को जितनी राहत और खुशी दी, उससे ज्यादा खुशी और सुकून इस बात से मिला, कि इस जीत में विराट कोहली के शतकों का सूखा और इंतजार खत्म हो गया, जबकि भुवनेश्वर कुमार ने भी कहर बरपा दिया। दुबई के जिस मैदान पर टीम इंडिया ने लगातार चौथे मैच में पहले बल्लेबाजी की और लगातार दो हार के बाद उतरी, उस मैदान को विराट कोहली के ऐतिहासिक शतक और भुवनेश्वर कुमार की घातक गेंदबाजी ने बेहद खास बना दिया। इस जीत से भले ही टीम इंडिया की किस्मत एशिया कप में नहीं बदल पाई, लेकिन कोहली की किस्मत जरूर बदल गई, जो इस टूर्नामेंट में आने से पहले जबरदस्त दबाव में थे और रनों के लिए जमकर संघर्ष कर रहे थे।