कास्ट : रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, नागार्जुन, अमिताभ बच्चन और मोनी रॉय

निर्देशक : अयान मुखर्जी

स्टार : 3.5

मुंबई/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, नागार्जुन, अमिताभ बच्चन और मौनी रॉय को लेकर अयान मुखर्जी के डायरेक्शन में बनी बॉलीवुड फिल्म ब्रह्मास्त्र उम्मीदों को पूरा कर रही है। जितना बुरा फिल्म का ट्रेलर था और जितना मजाक इसके गाने का उड़ाया गया, उससे बेहतर फिल्म है। फिल्म के वीएफएक्स शानदार हैं, लेकिन कई मौकों पर लगता है कि इसकी कहानी को और भी मजबूत किया जा सकता था। दस साल से अयान मुखर्जी अपनी फिल्म ब्रह्मास्त्र पर मेहनत कर रहे थे। दस साल की मेहनत बेकार नहीं गई है, उनकी मेहनत फिल्म में नजर आ रही है। रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, नागार्जुन, अमिताभ बच्चन और मौनी रॉय अपने किरदारों के साथ नाइंसाफी नहीं करते हैं। अमिताभ बच्चन की आवाज फिल्म को हर मौके पर मज़बूत करते रहती है।

एक शानदार वीएफएक्स :
ब्रह्मास्त्र में इस्तेमाल हुए वीएफएक्स को अब तक का सबसे बेहतरीन वीएफएक्स कहा जा सकता है। इसका वीएफएक्स पूरी फिल्म को मजबूती देता है। यह वीएफएक्स मार्वल्स की फिल्मों को छूता नहीं है, बल्कि वहीं खड़ा होकर घूरता रहता है। इसके हर एक शॉट पर खूब मेहनत की गई है, जो इंडियन फिल्म इंडस्ट्री को वीएफएक्स की रेस में काफी आगे खड़ा करती है। फिल्म की पूरी कहानी अंधेरे और रोशनी के बीच है और फिल्म में लड़ाई भी इसी खयाल के बीच हो रही है। कहानी ऐसी है जो हर तबके को मुतासिर कर सकती है। कई सारी फिल्में आज कल बॉलीवुड में रीमेक बनाई जा रही हैं, लेकिन यह अयान मुखर्जी का नया आइडिया है जो देखते ही बनता है।

रणबीर और आलिया थे फिल्म की जरूरत :
जैसा इंडियन सिनेमा का इतिहास रहा है, हर नए कपल की फिल्म बना दी जाती है। एसा कैसे हो सकता था कि रणबीर और आलिया बच जाते। फिल्म में दोनों की कैमिस्ट्री काफी अच्छे से दिखाई दे रही। हमेशा की तरहां आलिया की एक्टिंग कमाल है। हर एक फिल्म के साथ उनकी एक्टिंग निखरते जा रही है। फिल्म में रणबीर भी अपना किरदार बखूबी निभा रहे हैं। शुरू में कुछ मौकों पर थोड़े अजब प्रेम की गजब कहानी वाले रणबीर नजर आते हैं, लेकिन बाद में बड़ी आसानी के साथ वो स्विच कर लेते हैं। रणबीर का किरदार सपनों के पीछे भागता है और गुत्थियों को सुलझाने में लगा रहता है। इस सब में उनका साथ आलिया भट्ट देती हैं, जो उनके लिए अहम है। या यूं कह लिया जाए रणबीर आलिया के बिना जागते नहीं हैं। हालांकि, फिल्म में दोनों का प्यार फिलर है।

बिग बी की आवाज ने फिल्म में जान डाली :
किसी फिल्म में अमिताभ बच्चन हों और उनकी आवाज को इस्तेमाल न किया जाए, ऐसा हो नहीं सकता। फिल्म में अमिताभ बच्चन की आवाज जोड़े रखती है। साथ ही जो उनके डायलॉग में लफ्ज चुने गए हैं, वो उनके किरदार पर फिट होते हैं। बिग बी उन्हें अपनी बेहतरीन भारी आवाज से और भी मजबूत कर देते हैं। अमिताभ बच्चन का किरदार उनके साथ नाइंसाफी नहीं करता। जिस तरीके के किरदार और एक्टिंग की उम्मीद उनसे आज कल लगाई जा रही है, वो फिल्म में बाकायदा उन्होंने निभाया है।

पेटी पैक एक्शन :
नागार्जुन जैसे हमेशा साउथ की फिल्मों में एक्शन करते नजर आते हैं, वैसा ही जबरदस्त एक्शन यहां भी करते दिखाई दिए। वो भी अपने किरदार से फिल्म को मजबूती देते हैं। शाहरुख खान भी लगातार कैमियो कर रहे हैं। इस फिल्म में भी उनका कैमियो है, जिसके बारे में कुछ नहीं बताना चाहता उसे आप खुद देखें। विलेन के तौर पर दिखाई दीं मौनी रॉय अपने किरदार में शुरू से आखिरी तक घुसी दिखाई दी हैं। जितनी खतरनाक वो नागिन में दिखाई दी थीं, फिल्म में वह उससे भी दो कदम आगे हैं। एक्शन उनकी तरफ से भी बेहतरीन किया गया है।

फिल्म में कहानी ठीक ठाक है, एक्टिंग और खासकर वीएफएक्स बहुत ही कमाल हैं। इस फिल्म को थिएटर के बिना देखने में मजा नहीं आएगा। 410 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म को देखकर लगता है कि हां, इस तरह की फिल्मों पर खर्चा किया जा सकता है। हां, थिएटर से निकलते ही, कुछ दूर चलते ही फिल्म की बात आप करना बंद कर सकते हैं। क्योंकि स्पॉइलर देना भी ठीक नहीं।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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