बालोद/रायपुर। जाहीद अहमद खान। जिले के पुरूर चौकी और गुरुर पुलिस ने नेशनल हाइवे 30 के टोल प्लाजा में दो आरोपियों से 10 किलो 700 ग्राम गांजा जब्त किया। दो आरोपितों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। अवैध मादक पदार्थ गांजा की तस्करी के रोकथाम के लिए पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग बी.एन.मीणा के निर्देश प्राप्त होने पर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरिश राठौर के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस गुरूर राजेश कुमार बागड़े के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी गुरूर निरीक्षक भानुप्रताप साव व प्रभारी पुलिस सहायता केन्द्र पुरूर, उप निरीक्षक अरुण कुमार साहू के नेतृत्व में पुलिस सहायता केन्द्र पुरूर की टीम को अवैध मादक पदार्थ गांजा के परिवहन संबंधी प्रकरण में बड़ी सफलता हासिल की गई। पुलिस ने बताया कि शनिवार को पुलिस सहायता केन्द्र पुरूर द्वारा अवैध मादक पदार्थ गांजा और अवैध शराब परिवहन के रोकथाम के लिए संदिग्ध वाहनों की चेकिंग और चालानी कार्यवाही के लिए एन. एच. 30 रोड टोल प्लाजा के पास पहुंचकर आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग और चालानी कार्यवाही की जा रही थी। इस दौरान एक कार क्रमांक SOD-22-C-5151 का चालक पुलिस चेकिंग को देखकर चारामा की ओर से धमतरी की ओर दौड़ाने लगा। जिसका पीछा कर शांतिपुर तिराहा NH-30 सड़क पर रोका गया, जिसमें दो व्यक्ति सवार थे। दोनों व्यक्तियों से पुछताछ के दौरान गोलमोल जवाब दे रहे थे, फिर पुनः कड़ाई से पूछताछ करने पर वाहन कार क्रमांक OD-22-C-5151 के पीछे डिग्गी में मादक पदार्थ गांजा होना बताए। जिसे मौके पर विधिवत् कार्यवाही कर घटना में प्रयुक्त वाहन कार कमांक OD-22-C-5151 कीमत 3 लाख और मादक पदार्थ गांजा कुल वजनी 10 किलो 700 ग्राम 01 लाख 07 हजार रूपए और नगदी रकम 14 हजार 200 रूपए कुल 4 लाख 21 हजार 200 रूपए को गवाहो के समक्ष जब्त कर कब्जा पुलिस द्वारा लिया गया। पुलिस द्वारा आरोपी सरोज कुमार मिश्रा पिता प्रशांत मिश्रा उम्र 29 वर्ष निवासी 8 जमालपुर बालेश्वर थाना शिगला जिला बालोश्वर (उड़ीसा), विकास कुमार दास पिता जगेश्वर दास उम्र 28 वर्ष निवासी 8 पुरूषत्तमपुर बालेश्वर थाना बाल्यापाल जिला बालेश्वर (उडीसा) को गिरफ्तार कर आरोपीयो के विरूद्ध धारा 20 (ख) एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना कार्यवाही में लिया गया है। उक्त कार्यवाही में पुलिस सहायता केन्द्र पुरूर प्रभारी उप निरीक्षक अरुण कुमार साहू, आरक्षक लिखन साहू, विवेक सिन्हा, गुणेश यदु, उमाशंकर जारके, संदीप यादव, किशोर साहू, जितेन्द्र सिन्हा और छोटू सोनकर का विशेष योगदान रहा।