बालोद/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के जरिए लगातार प्रदेश का दौरा कर रहें हैं और आमजनों की समस्याओं का निराकरण करने के साथ ही कहीं गलती पाई जाने पर ठोस कार्रवाई भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री बघेल बालोद जिले के गुण्डरदेही विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बेलौदी पहुंचे। भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान वे जनता से रूबरू हुए और उनकी समस्याएं सुनने लगें। इसी दौरान भाजपा समर्थित गुंडरदेही जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर भी कार्यक्रम में पहुंचे। गुंडरदेही जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर ने सीएम के सामने अपनी बात रखने के लिए बार-बार गुहार लगाई, जिसके बाद मुख्यमंत्री के कहने पर उन्हें माइक थमाया गया और उन्हें अपनी बात रखने का मौका दिया गया। गुंडरदेही जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर ने दलहन तिलहन के मामले पर अपनी बात रखते हुए गुंडरदेही विधायक के निष्क्रियता के बारे में कहने लगे और आमजनता की तालियों की गड़गड़ाहट ने सीएम के सामने उनकी बात ‘सही है कि नहीं’ साबित कर दी। पुष्पेंद्र चंद्राकर ने कहा कि बालोद जिले में 2022 रवि फसल दलहन तिलहन में बेमौसम बारिश होने के कारण बालोद जिला में 6,4, RBI (आरबीआई) के तहत खेतो का निरीक्षन कर मुआवजा राशि तय किया गया था। जिसमे बालोद जिला को राशि मिली थी जिसकी 90 प्रतिशत राशि गुरुर ब्लाक में 3 करोड़ को वितरण कर दिया और बाकी ब्लाक को छोटी मोटी राशि दे दिए गए। इसमें गुंडरदेही ब्लाक को बहुत कम राशि प्रदान की गई। पुष्पेंद्र चंद्राकर ने जब कहा गुंडरदेही विधायक निष्क्रिय हैं तो वहां बैठे जिले के लोगों ने तालियां बजाकर उनका समर्थन किया।
पुष्पेंद्र चंद्राकर ने बताया कि इस मामले पर उन्होंने एसडीएम को भी ज्ञापन सौंपा था, इसके बावजूद मामले को गुंडरदेही विधायक नज़रअंदाज़ करते आए, जिसका परिणाम यह निकला कि अबतक किसानों को दलहन तिलहन का मुआवजा राशि नहीं मिला है।
आपको बता दें, सूत्रों से यह भी जानकरी मिली है कि इसके बाद जेवरतला में भेंट कार्यक्रम के दौरान एक बुजुर्ग महिला से भी विधायक उलझते हुए नजर आए। कहीं ना कहीं विधायक की कमियां उजाकर कर रहे लोगों पर वे नाराज नजर आए।