पाखी गेड़ेकर ने अपनी चित्रकारी से सबका ध्यान आकर्षित किया है, उनके द्वारा हाल ही में बनाई गई माँ दुर्गा की पेंटिग्स से सभी प्रभावित हुए है। उनके सफर की शुरुआत भी उनके पेंटिंग्स जितनी रोचक है, जो उन्होंने साझा की है।
रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। शहर की सेल्फ टॉट रायपुर बेस्ड आर्टिस्ट पाखी गेड़ेकर ने कैनवास पर देवी माँ दुर्गा की अद्भुत छवि उकेरकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया है। देवी माँ दुर्गा की दिव्य और भव्य पेंटिंग उन्होंने 3 फीट चौड़े और 5 फीट ऊँचाई के कैनवास पर ऑयल कलर के माध्यम से बनाई हैं। बता दे कि इससे पहले इसी तरह भगवान शिव, राधा-कृष्ण की मोहक छवि की पेंटिग वह बना चुकी है। पाखी बताती है कि उन्होंने अपने सफर की शुरुआत उस समय की जब कोरोना का भयावह दौर चल रहा था। वह कहती है कि कॉलेज के अंतिम वर्ष का वह समय और ‘लॉकडाऊन’ जहाँ मेरे भी समक्ष सब खत्म होने का भय, जीवन के आगामी अवसर पर प्रश्नचिन्ह सा माहौल और घर पर कोरोना वायरस से बचाव पर की जाने वाली भयावह सावधानी कि वजह से मन में ना जाने कैसे-कैसे विचारों से वह घिरी रहती थी। वह बताती है कि फिर अपने निवास “रामाश्रय” पर ही अचानक उनके मन में विचार आया कि इस बेचैन मन को कुछ विद्या से जोड़ा जाए ताकि समय भी टल जाए और मन भी बहल जाए। घर पर ही रहकर उन्हें यही विद्या हि उपयुक्त लगी और चित्रकारी से ही मन को बहलाया, बस यहां से हिं ईश्वर से प्राप्त यह विद्या ग्रहण करने का उन्हें अवसर मिला और चित्रकारी की शुरुआत उन्होंने की।

उस समय (लॉकडाऊन) से अब तक उन्होंने बहुत सी चित्रकारी की है, जिसमें ड्रॉइंग शीट, केनवास, फेब्री पेष्ट, ऑयल पेन्ट आदि का इस्तेमाल कर बनाया है। लॉकडाऊन खुलने के पश्चात अपने द्वारा बनाई गई पेंटिंग को अन्य स्थानों में विक्रय भी किया है। चित्रकारी विषयांतर्गत उन्होंने ऑब्जेक्ट ड्राइंग, प्राकृतिक सिनेरी, महादेव, देवी मां दुर्गा और राधा कृष्ण के अलावा अन्य देवी-देवताओं की पेंटिंग्स बना चुकी है। कोरोना काल के लॉकडाउन मे बैचेन रहने वाली पाखी ने अपने पंखों की उड़ान भरते हुए अपने खुद के टैलेंट को जाना। पेनवर्क जैसे मंडला आर्ट से उन्होंने आर्ट जर्नी की शुरुआत की और आज 2 साल में वह कैनवास पेंटिंग्स के साथ स्टोन आर्ट, मंडला आर्ट, कस्टमाइज कैनवास पेंटिंग्स ऑनलाइन सेल कर रही है।