बिलासपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है, जहां बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर (JE) कृष्ण कुमार गुप्ता को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोप है कि JE ने एक आवेदक से बिजली कनेक्शन देने के एवज में यह रकम मांगी थी। ACB की टीम ने पहले से ही जाल बिछा रखा था, और जैसे ही रिश्वत की राशि जेई के हाथ में आई, उसे उसके निजी वाहन से गिरफ्तार कर लिया गया।
आवेदक से की थी रिश्वत की मांग, ACB को दी गई थी शिकायत :
जानकारी के अनुसार, एक नागरिक ने बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन दिया था। इसके बाद JE कृष्ण कुमार गुप्ता ने उससे 15 हजार रुपये की मांग की। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत ACB से कर दी, जिसके बाद टीम ने योजनाबद्ध तरीके से ट्रैप ऑपरेशन चलाया और JE को रंगे हाथ पकड़ लिया।
सस्पेंड कर किया गया GPM अटैच, विभाग सख्त रुख में :
घटना के सामने आने के कुछ ही समय में विद्युत विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए जेई को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन की अवधि में उसे गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) अटैच किया गया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, इस तरह के मामलों में भविष्य में भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके।
रिश्वतखोरी पर नहीं होगी कोई ढिलाई :
बिजली जैसी बुनियादी सुविधा को लेकर आम नागरिक पहले से ही परेशान रहते हैं, ऐसे में रिश्वत की मांग जनता की समस्याओं को और बढ़ा देती है। लेकिन ACB और विद्युत विभाग की इस त्वरित और निर्णायक कार्रवाई से एक मजबूत संदेश गया है कि छत्तीसगढ़ सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में किसी को नहीं बख्शेगी। बिजली विभाग के अधिकारियों ने भी साफ कर दिया है कि विभाग में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। उनका कहना है कि जो भी अधिकारी या कर्मचारी जनता से रिश्वत मांगता हुआ पाया जाएगा, उस पर तुरंत और सख्त कार्रवाई की जाएगी।