ये कहानी 21वीं सदी के भारत की है… लेकिन तस्वीर किसी सदियों पुराने समय की लगती है… छत्तीसगढ़ के बलरामपुर से सिस्टम की बदहाली की ऐसी तस्वीर सामने आई है जो इंसानियत और शासन – दोनों पर सवाल खड़े करती है…”एक गर्भवती महिला, जो अस्पताल तक नहीं पहुंच पाई… पैदल चलती रही, रास्ते में ही बच्चा जन दिया… फिर नवजात को सीने से लगाकर नदी पार की और सड़क न होने के कारण बाइक से 15 किलोमीटर का सफर तय कर अस्पताल पहुंची… ये है सोनहत गांव की हकीकत, जहां पुल और सड़क नदारद हैं और एंबुलेंस भी नहीं पहुंच सकती…
पॉइंट्स
🔴 बलरामपुर में सिस्टम की शर्मनाक तस्वीर!
🔴 प्रसूता ने सड़क पर दिया बच्चे को जन्म, एंबुलेंस नहीं पहुंची!
🔴 नदी पार कर नवजात को पहुंचाया अस्पताल!
🔴 15 किमी तक बाइक पर सफर — जच्चा-बच्चा की जान बची!
🔴 विकास की पोल खोलती है बलरामपुर की ये तस्वीर!
🔴 ना सड़क, ना पुल… सोनहत गांव में इंसानियत भी संघर्ष में!
🔴 स्वास्थ्य सेवा से कोसों दूर है ये गांव — सवालों के घेरे में शासन!
🔴 क्या यही है 21वीं सदी का नया भारत?