
मुंगेली, कुणाल सिंह ठाकुर। नगर के पुराना बस स्टैंड स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित श्री हरिहर शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ एवं स्वर्गीय चंद्रिका देवांगन के वार्षिक श्राद्ध कार्यक्रम के अंतर्गत आज कथा का तीसरा दिन अत्यंत भक्ति, श्रद्धा और आध्यात्मिक उल्लास के वातावरण में संपन्न हुआ। आयोजन के तीसरे दिन भी नगर सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा स्थल पर पहुंचे और शिव महापुराण कथा श्रवण कर पुण्य लाभ अर्जित किया। कथा स्थल सुबह से ही शिवमय वातावरण में रंगा नजर आया। चारों ओर भगवान शिव के जयघोष, धूप-दीप, पुष्प, भजन-कीर्तन और हर-हर महादेव के उद्घोष से पूरा परिसर भक्तिमय बना रहा। श्रद्धालु पूरे मनोयोग से कथा श्रवण करते हुए शिव भक्ति में लीन दिखाई दिए। कथा व्यास पंडित कमलकांत चौबे ने अपने ओजस्वी, सरल, भावपूर्ण एवं संगीतात्मक प्रवचनों के माध्यम से शिव महापुराण की गूढ़ कथाओं को सहज रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने “एक लोटा जल से सभी समस्याओं का समाधान” विषय पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान शिव अत्यंत भोले और करुणामय हैं। सच्ची श्रद्धा, विश्वास और निष्कपट भाव से अर्पित किया गया एक लोटा जल भी भक्तों के जीवन से बड़े से बड़े संकट को दूर कर देता है। पंडित चौबे ने कहा कि शिव भक्ति केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन को संयम, सेवा, विनम्रता और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है। उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से बताया कि भगवान शिव अपने भक्तों की पुकार तुरंत सुनते हैं और उनके जीवन की कठिनाइयों को सरल बना देते हैं। तीसरे दिन की कथा में नारद मोह प्रसंग का अत्यंत रोचक, शिक्षाप्रद एवं भावनात्मक वर्णन किया गया। कथा के माध्यम से बताया गया कि अहंकार और मोह किस प्रकार बड़े से बड़े ज्ञानी को भी भ्रमित कर सकता है। नारद जी जैसे महान भक्त भी मोह के वशीभूत हो सकते हैं, किंतु अंततः सच्ची भक्ति और भगवान की कृपा से ही जीवन का वास्तविक मार्ग प्राप्त होता है। इस प्रसंग ने श्रद्धालुओं को आत्मचिंतन करने के लिए प्रेरित किया। कथा के दौरान प्रस्तुत भजनों एवं संगीतमय झांकियों ने श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। कई श्रद्धालु भक्ति रस में झूमते नजर आए और वातावरण लगातार “हर-हर महादेव” के जयकारों से गूंजता रहा। आयोजन समिति ने जानकारी देते हुए बताया कि यह पाँच दिवसीय भव्य धार्मिक आयोजन स्वर्गीय श्रीमती चंद्रिका देवांगन की पुण्य स्मृति में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें प्रतिदिन शिव महापुराण के विभिन्न महत्वपूर्ण प्रसंगों का विस्तारपूर्वक वर्णन किया जा रहा है। प्रथम दिन वेदी पूजन, शिव महापुराण श्रवण विधि एवं महात्म्य कथा का सुंदर वर्णन किया गया। दूसरे दिन कल्याण प्रताप के साधन विषय पर प्रेरणादायक कथा सुनाई गई। समिति के अनुसार, कथा के चौथे दिन 24 दिसंबर को सती जन्म, शिव विवाह, ब्राह्मणों के प्रयास एवं माता पार्वती जन्म जैसे महत्वपूर्ण प्रसंगों का भावपूर्ण वर्णन किया जाएगा। वहीं 25 दिसंबर को पार्वती विवाह प्रसंग के साथ शिव महापुराण कथा का विधिवत समापन होगा। इसके पश्चात 26 दिसंबर को स्वर्गीय श्रीमती चंद्रिका देवांगन के वार्षिक श्राद्ध के अवसर पर ब्राह्मण भोज एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें नगर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में सहभागिता करेंगे। आयोजन समिति के सदस्य रामदत्त देवांगन ने नगरवासियों एवं समीपवर्ती ग्रामीण अंचलों के श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर श्री हरिहर शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ में सहभागी बनें और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें। इस अवसर पर जगदीश देवांगन, मंजू देवांगन, घनश्याम देवांगन, मीत देवांगन, अमन, मोनिका, ऋषिका, तनवी, अवि सहित देवांगन परिवार के अन्य सदस्य एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।उक्त जानकारी सोशल मीडिया प्रचारक कोमल देवांगन द्वारा दी गई।
