आगरा/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। यमुना एक्सप्रेस वे पर नोएडा से आगरा जा रही गैंगरेप पीड़िता ने पुलिस के सामने वारदात की कहानी बयां की है। पीड़िता ने बताया कि वह नोएडा सेक्टर 37 से रात 8:30 बजे विधुना अपने घर जाने के लिए निकली थी। इको गाड़ी में जब वह बैठी तो उसमें छह लोग पहले से बैठे थे। इसलिए उसे कोई संकोच नहीं हुआ। लेकिन इनमे से एक सवारी मथुरा में और दो आगरा में उतर गई। अन्य सवारियां भी फिरोजाबाद में उतर गईं थी। वह भी आगरा उतरना चाहती थी, लेकिन ड्राइवर ने कहा कि वह अरैया जा रहा है, रास्ते में बिधुना छोड़ देगा। उसने भरोसा कर लिया, लेकिन यहीं उसने गलती कर दी।
पीड़िता ने बताया कि उसे सड़क के बारे में पता नहीं था, आरोपी ड्राइवर ने इसका फायदा उठाया और गाड़ी वापस आगरा की ओर मोड़ लिया। उसने रास्ते में ही अपने दो साथियों को बुलाकर बैठा लिया और उसे लेकर कुबेरपुर के पास गढ़ी रामी पहुंच गया। जहां तीनों ने तीन घंटे तक उसके साथ बारी-बारी से रेप किया। पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने बल पूर्वक उसे डरा धमका कर गाड़ी में रात के एक बजे से चार बजे तक लगातार रेप किया। वहीं जब उसकी हालत खराब होने लगी तो आरोपियों ने फिरोजाबाद की ओर जा रही ऑटो में बैठा दिया।
सुबह आगरा पहुंच कर लिखाई रिपोर्ट :
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपियों के चंगुल से छूटकर वह फिरोजाबाद पहुंची तो उसे थोड़ी हिम्मत आई। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दिया। इसके बाद पुलिस की ही मदद से वह सुबह सात बजे एत्मादपुर थाने पहुंची। जहां उसने पुलिस में आरोपियों के खिलाफ लिखित तहरीर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सीसीटीवी से खुली वारदात :
पीड़िता ने पुलिस को जब अपनी दर्द कथा बता रही थी तो पुलिसकर्मियों को पहले भरोसा ही नहीं हुआ। लेकिन जब पुलिस ने टोलप्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की तो पूरी वारदात की परतें उधड़ती चली गई। इस प्रकार पुलिस ने पहले गाड़ी को ट्रैस किया। फिर पुलिस गाड़ी मालिक तक और फिर गाड़ी मालिक के जरिए उसके चालक तथा चालक के दोस्तों तक पहुंची। पुलिस के मुताबिक आरोपियों की पहचान ड्राइवर जयवीर, उसके साथी हेमंत उर्फ टीटू और फूल सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल गाड़ी जब्त कर लिया है। आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है।