नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। दुनिया में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला पाकिस्तान इन दिनों जहां अपनी खुद की बोई हुई फसल को काटने को मजबूर है। वहीं, भारत की मानवीयता और नेकनीयत की दुनियाभर में तारीफ हो रही है। भारत ने भूख से तड़प रही अफगानिस्तान की जनता के लिए एक बार फिर मदद का बड़ा हाथ आगे बढ़ाया है। मोदी सरकार ने घोषणा की है कि वह अफगानिस्तान के लिए 20 हजार मीट्रिक टन गेहूं भेजा जाएगा। यह भारत की ओर से अफगानिस्तान की जनता के लिए निशुल्क मदद होगी। तालिबान ने भारत सरकार की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे दोनों देशों की जनता के आपसी संबंधों में सुधार होगा।
भारत सरकार ने बताई फैसले की वजह :
भारत सरकार ने अफगानिस्तान को मदद देने के पीछे की वजह भी बताई। सरकार के एक बयान के अनुसार, अफगानिस्तान में वर्तमान में मानवीय संकट पनपा हुआ है। वहां पर लोगों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न की कमी बनी हुई है। इस स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने अफगानिस्तान सरकार को 20 हजार मीट्रिक टन गेहूं की मदद भेजने का फैसला किया है। यह गेहूं ईरान के चाहबहार पोर्ट के जरिए अफगानिस्तान को डिलीवर किया जाएगा।
वर्ष 2020 में भी भेजी थी मदद :
भारत ने इससे पहले वर्ष 2020 में अफगानिस्तान को 75 हजार मीट्रिक टन गेहूं की मदद भेजी थी। उस वक्त मदद पाकिस्तान के अटारी बॉर्डर के जरिए भेजी गई थी, जिसमें मार्ग के इस्तेमाल की मंजूरी देने में पाकिस्तान ने काफी वक्त तक टालमटौल किया था। उस वक्त भारत सरकार के साथ ही अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान ने पाकिस्तान के रवैये पर कड़ी आपत्ति जताई थी और मानवीय राहत के कार्यों को जल्द मंजूरी देने को कहा था।
तालिबान ने जताया भारत का आभार :
अब भारत सरकार अफगानिस्तान को फिर से 20 हजार टन गेहूं की मदद करने जा रहा है। इस फैसले की तालिबान ने जमकर प्रशंसा की है। तालिबान के प्रवक्ता सुहेल शाहीन ने कहा, ‘हम चाबहार पोर्ट के जरिए अफगान लोगों को 20 हजार मीट्रिक टन गेहूं की आपूर्ति करने के भारत सरकार के फैसले की बहुत सराहना करते हैं। इस तरह की मानवीय मदद के कदमों से दोनों देशों के बीच आपसी भरोसा बढ़ता है, जिससे दोनों देशों के मुल्कों के संबंध मजबूत होंगे।’ शाहीन ने भारत को दुनिया का असल लीडर भी बताया।