रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से ईडी की रेड पड़ी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोयले पर अवैध उगाही के मामले में प्रदेश के कई जिलों में कार्रवाई की है। जांच एक बड़े घोटाले से संबंधित है। जिसमें छत्तीसगढ़ में प्रति टन कोयले के परिवहन पर 25 रुपये की वसूली की जाती थी और इसमें वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों की मिलीभगत थी। ईडी ने कहा कि पिछले दो साल में इसके जरिए कम से कम 540 करोड़ रुपये की उगाही की गई।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और गिरफ्तार कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल से संबंधित परिसरों के अलावा राज्य की राजधानी रायपुर एवं आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में कुछ अन्य के परिसरों पर छापा मारा गया। इस संबंध में ईडी द्वारा मामला दर्ज करने के बाद से राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया, कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी और छत्तीसगढ़ काडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी समीर विश्नोई सहित नौ लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।

कई नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी :
मंगलवार को कोयला खनन मामले में छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर छापेमारी कर रहा है। आरोपी कथित तौर पर प्रति टन 25 रुपये कमीशन ले रहे थे। ये छापेमारी छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कोषाध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल और गिरफ्तार आरोपी सुनील अग्रवाल के ठिकानों पर की जा रही है। फरवरी में भी प्रदेश के कई अधिकारी और श्रम समिति के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल सहित कांग्रेस के विभिन्न नेताओं के परिसरों पर छापेमारी की गई थी।

चल और अचल संपत्ति की गई थी कुर्क :
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव सौम्या चौरसिया, आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई और अन्य जांच के घेरे में हैं। इस मामले में ईडी ने पहले विश्नोई और चौरसिया को गिरफ्तार किया था। दिसंबर में, ईडी ने मामले में सूर्यकांत तिवारी, सौम्या चौरसिया, आईएएस समीर विश्नोई, सुनील अग्रवाल और अन्य की 152.31 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति कुर्क की थी। ईडी ने सितंबर में आईएएस समीर विश्नोई, इंद्रमणि ग्रुप के सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार किया था। अक्टूबर में फरार आरोपी सूर्यकांत तिवारी ने एक अदालत के सामने सरेंडर कर दिया था।

आयकर विभाग ने लिखा था लेटर :
आईएएस अधिकारी रानू साहू कथित तौर पर लापता थीं, लेकिन उन्होंने अक्टूबर में ईडी को एक पत्र लिखा और अधिकारियों को बताया कि वह चिकित्सा अवकाश पर हैं। बाद में ईडी ने अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में उनकी मां के घर पर तलाशी अभियान चलाया। बिश्नोई से ईडी के अधिकारियों ने खानों से निकाले गए कोयले पर 25 रुपये प्रति टन के कथित कमीशन के संबंध में पूछताछ की थी।

ईडी ने लगातार दो दिनों तक छत्तीसगढ़ में भी छापेमारी की थी और करीब 4 करोड़ रुपये बरामद किए थे। आयकर विभाग ने इससे पहले छत्तीसगढ़ सरकार को एक पत्र लिखा था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मुख्यमंत्री के बेहद करीबी कुछ अधिकारी कोयले और अन्य व्यवसायियों से कमीशन/रिश्वत लेने में शामिल हैं। लेकिन राज्य सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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