देहरादून/रायपुर। द मीडिया पॉइंट। डेस्क। उत्तराखंड में बाघ का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। पौड़ी, कोटद्वार, पिथौरागढ़ के साथ ही उत्तरकाशी जिलों में बाघ का आतंक स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत बनकर आ रहा है। इस बीच उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ के भड़कोट गांव में घर के पास घास काटने गई एक 42 वर्षीय महिला को गुलदार ने निवाला बना दिया।
मृतक भागीरथी देवी के पति भूपति प्रसाद नौटियाल की भी एक माह पहले हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। उनके दो बच्चे मनीषा (21) और शुभम (19) है। जिनके सर से मां बाप का साया उतर गया है। अब बच्चों के भविष्य को लेकर अब ग्रामीण और रिश्तेदार चिंतित हैं। सरकार से पीड़ित परिवार के लिए आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी की मांग की जा रही है।
घटना शुक्रवार की है उत्तरकाशी के भड़कोट निवासी भागीरथी देवी 42 वर्ष अन्य महिलाओं के साथ घर के पास घास काटने गई थी। इसी दौरान वहां पर घात लगाए गुलदार ने महिला पर हमला कर दिया। गुलदार के हमले में महिला की मौत हो गई। आसपास के ग्रामीणों ने शोर मचाया तब जाकर गुलदार शव को छोड़कर जंगल में भाग गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने महिला के शव को सड़क पर रखकर हंगामा किया।
लोगों ने अनाथ बच्चों के लिए सरकारी नौकरी और बाघ को आदमखोर घोषित करने की मांग की। स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते दिनों इसी क्षेत्र में एक ओर महिला को बाघ ने निवाला बनाया था। इस बीच प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची। बवाल के कारण करीब छह घंटे तक घटनास्थल से शव नहीं उठ पाया तो डीएम अभिषेक रुहेला मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी सभी मांगों पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद मामला शांत हुआ।