सिद्दीपेट/रायपुर। द मीडिया पॉइंट। तेलंगाना के सिद्दीपेट जिले के गजवेल शहर में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा के साथ बदसलूकी करने का मामला सामने आया है। गजवेल शहर में एक व्यक्ति ने प्रतिमा के ऊपर पेशाब कर दिया, जिसकी बाद लोगों ने उस व्यक्ति की पिटाई कर दी। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि उसे सड़क पर घुमाया भी गया। प्रतिमा के साथ हुई बदसलूकी और युवक की पिटाई को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे अलग-अलग समुदाय के के दो समूहों के बीच तनाव पैदा हो गया। तेलंगाना पुलिस इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस का कहना है कि प्रतिमा पर पेशाब करने की घटना सोमवार रात हुई। इस घटना के दौरान मौके पर मौजूद रहे दूसरे समूह के कुछ लोगों ने ऐसा करने वाले व्यक्ति पर हमला कर दिया। इस हमले में आरोपी व्यक्ति घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि प्रतिमा पर पेशाब करने वाला व्यक्ति नशे की हालत में था, जिस वजह से शायद उसने इस अपराध को अंजाम दिया। आरोपी को लोगों ने पुलिस के हवाले भी कर दिया और इस मामले में शिकायत दर्ज करवाई।
कैसे फैला शहर में तनाव?
मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस को सौंपने से पहले युवक की पिटाई की गई है। इस दौरान नारेबाजी करते हुए उसे सड़क पर घुमाया भी गया। सोशल मीडिया पर इस पूरी घटना का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एक व्यक्ति को लोगों की भीड़ ने घेरा हुआ है। वीडियो में आगे प्रतिमा के पास पानी डालते हुए देखा जा सकता है। कहा जा रहा है कि आरोपी व्यक्ति ने इसी जगह पर पेशाब किया था। बताया गया है कि आरोपी व्यक्ति को सड़क पर घुमाने से नाराज उसके समुदाय के कुछ लोगों ने एक व्यक्ति पर हमला कर उसे घायल कर दिया। जिस व्यक्ति को घायल किया गया, वह उन लोगों में शामिल था, जिन्होंने पिटाई के बाद पेशाब करने वाले व्यक्ति को पुलिस के हवाले किया था। इस वजह से ही गजवेल शहर में अशांति और तनाव फैल गया।
दूसरी ओर, आरोपी व्यक्ति की पिटाई और फिर उसे शहर में घुमाने के विरोध में गजवेल में मंगलवार को बंद बुलाया गया। इस दौरान जुलूस भी निकाला गया। इसी दौरान दो समूहों के बीच कहा-सुनी हुई, जिसने विवाद का रूप ले लिया। हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
कार्रवाई की हुई गुजारिश :
बीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव गजवेल शहर से ही आते हैं। पुलिस ने अब तक सात मामले दर्ज किए हैं और हिंसा से जुड़े मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। स्थानीय नेताओं ने इस मामले में कार्रवाई करने की गुजारिश की है। मजलिस बचाओ तहरीक (MBT) के नेता अमजदुल्लाह खान खालिद ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस घटना पर मूकदर्शक बनी रही। AIMIM ने भी इस घटना की निंदा की है।