बालोद/रायपुर। जीशान सिद्दीकी। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में वन्य जीवों की आवाजाही की खबर सामने आते ही रहती है। इसी क्रम में बालोद जिले मे भी लगातार हाथियों के दल की आवाजाही की खबरे आ रही है लगातार चंदा हाथियों का दल बालोद जिले के वन्य क्षेत्रो मे भ्रमण कर रहा है। बालोद से रानीमाई सियादेवी जाने वाले मार्ग में वन विभाग द्वारा आवाजाही के लिए अलर्ट जारी किया गया है। बता दें आज ही सुबह चंदा (हांथियों के समूह का नाम) हाथियों का दल नजर आया है। चंदा हांथियों के दल के नजर आने से आस-पास के इलाके में विभाग द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि चंदा हांथियों का दल रानीमाई-सियादेवी मंदिर के क्षेत्र के आस पास भ्रमण कर रहा है और आम जनता को इससे नुकसान होने की संभावनाएं भी बनी हुई है। जनता की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अपनी जान को जोखिम में डालकर रात भर से ड्यूटी में लगे हुए है और सियादेवी मार्ग से आने-जाने वाले लोगों को सचेत कर रहें हैं।
वन विभाग ने चंदा हांथियों के दल से सावधान रहने के लिए कुछ ग्रामीण इलाकों में अलर्ट जारी किया है जिसमे नर्रा, नहरडेरा, मुल्लेगुड़ा, नारागांव, किनारगोंदी, धरमपुरा, गोडपाल, हर्राठेमा और मुल्ले के ग्रामीणों को वन परिक्षेत्र में न जाने और सावधान रहने की हिदायत दी गई है। आपको बता दें, वन विभाग के अनुसार चंदा हांथियों के झुण्ड में करीब 23 से 24 हांथियों के होने की संभावना है जिसको लेकर उस क्षेत्र मे वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी लगातार डटे हुए है। द मीडिया पॉइंट की टीम ने इस विषय को लेकर बालोद जिले के वनमंडलाधिकारी आयुष जैन से बात कि जिसमे उन्होंने बताया कि हांथियों से ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जा रहे है और विभाग द्वारा ग्रामवासियों को हाथियो से दूर रहने समझाईश भी दी जा रही है।