पलारी थाना क्षेत्र में प्रशासन की सूझ बूझ से एक नाबालिग किशोरी बालिका वधू बनने से बच गई। महिला एवं बाल विकास विभाग की रेस्क्यू टीम के द्वारा नाबालिग की हो रही शादी रुकवा दी गई ।गुरुवार को पलारी के महिला बाल विकास विभाग की अधिकारी नीरज ठाकुर को सूचना मिली की पलारी थाना अंतर्गत ग्राम दतान में नाबालिग किशोरी का विवाह किया जा रहा है। जिस पर टीम ने लड़की का जन्म प्रमाण पत्र एवम स्कूल का सर्टिफिकेट चेक किया जिसमें लड़की नाबालिग पाई गई। नाबालिग किशोरी जो 17 साल 3 महीने की है ।उसका विवाह किया जा रहा है। जिस पर तत्काल एक्शन लेते हुए रेस्क्यू टीम के द्वारा नाबालिग किशोरी का विवाह रुकवाया गया एवम उनके घरवालों को समझाइश दी गई की अपनी पुत्री का विवाह 18 वर्ष होने के बाद ही करे।आखिरकार काफी मान मन्नौवाल के बाद लड़की के परिजन शादी रोकने के लिए राजी हुए। इस तरह प्रशासन की सजगता से एक बेटी बालिका वधु बनने से बच गई।बता दे की बाल विवाह को कानूनन मान्यता नहीं है। ये एक अपराध है ये जानते हुए भी समाज में व्याप्त परंपरा और अन्य रूढ़िवादी कुरीतियों के तहत आज भी नाबालिग लड़कियों को बालिका वधू बनाने का कार्य जारी है।