छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में 20 मई को मातम पसर गया था. यहां दर्दनाक सड़क हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई थी. यह हादसा उस वक्त हुआ था, जब एक पिअपक करीब 35 मजदूरों को लेकर आ रहा था और बाहपानी इलाके में खाई में पलट गई. मृतकों में ज्यादातर संख्या महिलाओं की थी.
हादसे के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था. उसके ठीक एक दिन बाद 19 चिताएं एक साथ जली थीं. ये नजारा देख हर शख्स रो दिया था. किसी को यकीन नहीं हुआ था कि उनके परिजन यकायक दुनिया से चले गए.
इस हादसे के बाद विधायक भावना बोहरा ने पीड़ित परिवारों के 24 बच्चों को गोद लिया. उनकी पढ़ाई-लिखाई और जरूरी खर्च वही उठाएंगी. जिस जगह यह हादसा हुआ वह बोहरा की विधानसभा का ही क्षेत्र है. बता दें, भावना बोहरा को पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया था. उन्हें पहली बार टिकट दिया गया और वे चुनाव जीत भी गईं. बीजेपी ने उन्हें पंडरिया विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था. भावना छत्तीसगढ़ के सामान्य ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनका परिवार कवर्धा जिले के रणवीरपुर गांव का रहने वाला है. उनके पति का नाम मनीष बोहरा है.
शुरू से राजनीति में सक्रिय रहीं विधायक बोहराउन्होंने बीएससी और एमएसडब्ल्यू किया है. वे शुरू से ही राजनीति में सक्रिय रहीं. बोहरा प्रदेश महिला मोर्चा के संगठन मंत्री पद पर भी हैं. भावना सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं. वे उनकी संस्था का नाम भावना समाजसेवी संस्थान है. यह संस्था कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए बहुत कुछ करती है. इसके अलावा यह संस्था कवर्धा में 24 घंटे निशुल्क एंबुलेंस का संचालन भी करती है. इस संस्था के अलावा विधायक भावना छत्तीसगढ़ शतरंज संघ से भी जुड़ी हुई हैं.
गोद लेते वक्त क्या कहा विधायक भावना बोहरा ने :
बच्चों को गोद लेते वक्त विधायक भावना बोहरा ने कहा था, ‘आज बहुत ही भावुक व भारी मन से वनांचल क्षेत्र कुकदुर में सोमवार को हुए दुखद घटना में हताहत परिवारजनों से भेंट कर उनका कुशलक्षेम जाना और संवेदना व्यक्त की. उनकी इस असहनीय पीड़ा को देखकर अत्यंत दुख हुआ. एक परिवार के सदस्य को खोने का दुख इस दुनिया का सबसे बड़ा दुख है. उनकी पीड़ा को कम करने और इस हादसे की वजह से जिन 24 बच्चों ने अपने परिजनों को खोया है, उन्हें गोद लेने व उनकी शिक्षा, रोजगार से विवाह तक कि जिम्मेदारी उठाने का मैनें निर्णय लिया है और इस निर्णय को पूरा करने के लिए मैं हमेशा एक अभिभावक के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करती रहूंगी. ईश्वर उन सभी की दिवंगत आत्मा को शांति दे और उन्हें यह दुख सहने के लिए शक्ति प्रदान करे.