प्रदेश में विद्युत विहीन एवं दूरस्थ क्षेत्रों के कृषक को सिंचाई सुविधा का लाभ पहुंचाने के लिए क्रेडा द्वारा सौर सुजला योजनांतर्गत लगातार ही आकर्षक अनुदान पर सिंचाई पम्प की स्थापना की जा रही है, जिससे कृषक वर्षभर में दो या तीन फसल ले पाते हैं तथा इस तरह उनका आर्थिक उत्थान हो रहा है।

क्रेडा के सीईओ राजेश सिंह राणा के द्वारा संयंत्रों की गुणवत्ता तथा कार्यशीलता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उनके द्वारा लगातार ही सौर पंपों की कार्यशीलता की समीक्षा की जाती है। विगत दिनों में सीईओ, क्रेडा के द्वारा पाया गया कि प्रदेश में विभिन्न इकाइयों के 141 सोलर पंप विभिन्न कारणों से अकार्यशील है। स्थापनाकर्ता इकाइयों द्वारा अनेक नोटिसों के बावजूद पंपों में सुधार कार्य नहीं कराया जा रहा है। योजना के दिशा निर्देश तथा निविदा के नियम अनुसार इन सेवाकर्ता इकाइयों की प्रतिभूति निधि में से सुधार हेतु होने वाली व्यय राशि को काटकर पंपों का सुधार कार्य इकाई के व्यय पर कराए जाने का निर्णय लिया गया है।

कुल 32 इकाईयों की प्रतिभूति राशि में से कुल रूपये 8018946/ की कटौती की गई है ताकि उनके व्यय पर सिंचाई पंपों का सुधार कर कृषकों को सिंचाई सुविधा का अनवरत लाभ मिलता रहे। प्रमुख रूप से मेसर्स रोटोमेग एनर्जी की एस.डी. से रूपये 4.47 लाख, मेसर्स स्पान से रूपये 09 लाख, मेसर्स शिवा एण्ड प्रभात इन्टरप्राईजेस से रूपये 8.24 लाख, मेसर्स रिच फाईटोकेयर से रूपये 9.58 लाख, मेसर्स शक्ति पम्प से रूपये 5.57 लाख तथा मेसर्स संकल्प पावर से रूपये 8.96 लाख की कटौती की गई है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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