नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना के भारत दौरे से पहले दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी मोहीउद्दीन औरंगजेब आलमगीर और अली कासिफ जान को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने की अपील की है। बता दें कि बतौर मंत्री कोलोना भारत यात्रा पर पहली बार आ रही हैं। वह इस दौरान 14-15 सितंबर को दिल्ली में रहेंगी और उच्च अधिकारियों से मुलाकात करेंगी। मामले से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, औरंगजेब आलमगीर उर्फ मुजाहिद भाई और अली कासिफ जान उर्फ अली कासिफ को भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने 12 अप्रैल को UAPA 1967 एक्ट के तहत आतंकवादी घोषित किया था। पाकिस्तान के बहावलपुर और चरसद्दा के रहने वाले ये आतंकवादी 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले के मुख्य आरोपी हैं। इस आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवानों की जान गई थी। आलमगीर जैश ए मोहम्मद के लिए साजिश रचने का, फंड जुटाने का काम करता है। अफगानिस्तानी आतंकियों के जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ और आतंकी घटनाओं में भी आलमगीर का हाथ है।

वहीं खायबर पख्तूनखा चौरसद्दा का रहवासी अली कासिफ एक एक्टिव ऑपरेशनल कमांडर है जैश का। यह कोर टीक का मेंबर भी है। अली कासिफ का हाथ 2016 में पठानकोट के एयर फोर्स स्टेशन अटैक में था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच में कई और आतंकी घटनाओं में शामिल पाया गया है। यह एलओसी के सियालकोट इलाके से अपने नेटवर्क को ऑपरेट करता है. यह भी कश्मीर घाटी में घुसपैठ में एक्टिव है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मेक्रो और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात और लिए गए फैसलों के बाद फ्रांसी विदेश मंत्री कोलोना की यह यात्रा दोनों देशों के बीच के संबंधों को और भी मजबूत करेगी। बता दें कि भारत-फ्रांस के संबंध केवल राजनीतिक नहीं है बल्कि इनके पीछे ग्लोबल स्ट्रेटिजी छिपी हुई है। दरअसल फ्रांस के अमेरिका के साथ काफी अच्छे संबंध है। यह दोनों एक साथ हिंद-प्रशांत महासागर में स्ट्रेटिजिक एक्सरसाइज करते हैं।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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