जम्मू/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। जम्मू-कश्मीर में भजन और सूर्य नमस्कार पर विवाद बढ़ गया है। स्कूलों में भजन और सूर्य नमस्कार रोकने की मांग की गई है। जम्मू-कश्मीर मुत्ताहिदा मजलिस उलेमा ने बैठक कर निंदा प्रस्ताव पास किया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि कश्मीर में मुस्लिम पहचान को कमजोर करने की कोशिश हो रही है। एमएमयू ने श्रीनगर स्थित जामा मस्जिद में बैठक की, बैठक के बाद कहा गया कि स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में मुस्लिम छात्रों को हिंदू धार्मिक गीत गाने और सूर्य नमस्कार करने के लिए कहा जा रहा है। ये फरमान मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को आहत करते हैं और उनमें पीड़ा पैदा करते हैं। एमएमयू ने इस बैठक में प्रस्ताव पास किया है, प्रस्ताव में कहा गया, ‘घाटी में मुस्लिम पहचान को कमजोर करने के प्रयासों हो रहे हैं। हिंदुत्व को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से लागू की जा रही गतिविधियों पर मुत्ताहिदा मजलिस उलेमा से खेद व्यक्त करता है। बैठक में क्षणिक संस्थानों में योग और सुबह की प्रार्थना के नाम पर कृत्यों को लागू करने के खिलाफ गंभीर नाराजगी व्यक्त की। बैठक के बाद कहा गया कि मुस्लिम छात्रों को भजन करने के लिए कहा जाता है और कभी-कभी सूर्य नमस्कार करने के लिए कहा जाता है। यह हमारी धार्मिक प्रथाओं के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।

‘बर्दाश्त नहीं किया जाएगा’ :
बैठक में कहा गया कि सरकार, शिक्षा विभाग और संबंधित एजेंसियों को सूचित करती है कि कश्मीर में मुसलमानों द्वारा इस तरह की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यह उनकी धार्मिक और इस्लामी मान्यताओं के लिए एक सीधी चुनौती है। प्रस्ताव में कहा गया कि एमएमयू सरकार और संबंधित अधिकारियों से अपील करता है कि वह अपने आदेशों को तुरंत वापस लें और स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में इन प्रथाओं को रोकें, जो मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को गहरा आघात पहुंचाते हैं और उन्हें दुःख देते हैं।

मीरवाइज की रिहाई की मांग :
इस बैठक में अभिभावकों से आग्रह किया गया है कि यदि उनके बच्चों को सरकारी स्कूलों में गैर इस्लामी गतिविधियों में भाग लेने के लिए मजबूर किया जाता है, तो वे अपने बच्चों को इन स्कूलों से वापस ले लें और उन्हें निजी स्कूलों में नामांकित करें। यह बैठक मुस्लिम शिक्षकों से इस तरह की गैर-इस्लामी गतिविधियों को बढ़ावा देने से बचने और ईमान को वरीयता देने का आग्रह करती है। एमएमयू ने कहा कि केंद्रीय जामा मस्जिद श्रीनगर में अधिकारियों ने अब शुक्रवार की नमाज और पांच दैनिक नमाज की अनुमति दे दी है। लोगों को मस्जिद में इकट्ठा होने से नहीं रोका जा रहा है। बैठक में अधिकारियों से अपील की गई है कि मस्जिद के संरक्षक और मीरवाइज कश्मीर मोलवी उमर फारूक को रिहा कर दें।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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