नई दिल्ली। कुणाल सिंह ठाकुर। राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने ऑपरेशन डीप मैनिफेस्ट के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान मूल के ₹9 करोड़ का माल जब्त किया है. DRI ने ऑपरेशन डीप मैनिफेस्ट के ज़रिए बड़ी कार्रवाई की और पाकिस्तान को तगड़ा झटका दिया है. DRI ने पाकिस्तान मूल के ₹9करोड़ मूल्य के 1,115 मीट्रिक टन माल से भरे 39 कंटेनर जब्त किए हैं. 26 जून को इम्पोर्टर कंपनी के एक पार्टनर को भी गिरफ्तार किया गया है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान से सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस प्रतिबंध के बाद भी UAE के रास्ते से पाकिस्तान से माल इम्पोर्ट हो रहा था. सरकार ने 2 मई 2025 से पाकिस्तान मूल के किसी भी माल के आयात या ट्रांजिट पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. इससे पहले ऐसे माल पर 200% सीमा शुल्क लगाया जाता था. इसके बावजूद कुछ आयातकों ने माल की उत्पत्ति को छिपाकर और शिपिंग दस्तावेजों में हेरफेर कर इस प्रतिबंध को चकमा देने की कोशिश की.
कंटेनरों को न्हावा शेवा बंदरगाह पर जब्त कर किया :
इन कंटेनरों को यूएई मूल का बताकर आयात किया जा रहा था लेकिन इन कंटेनरों को नवी मुंबई के न्हावा शेवा बंदरगाह पर ही जब्त कर लिया गया. डीआरआई की जांच में पता चला कि माल को पाकिस्तान के कराची बंदरगाह से दुबई के जेबेल अली पोर्ट होते हुए भारत लाया गया था. इन आयातों के पीछे पाकिस्तानी और यूएई नागरिकों की मिलीभगत की जानकारी निकलकर सामने आई है. इसमें एक जटिल वित्तीय और लॉजिस्टिक नेटवर्क काम कर रहा था. अवैध वित्तीय लेनदेन की आशंका जताई जा रही है. पाकिस्तान के व्यापारिक संस्थानों से जुड़े आर्थिक लेनदेन और मनी ट्रेल भी ट्रेस किए गए हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क :
इन आयातों के पीछे पाकिस्तानी और यूएई नागरिकों की मिलीभगत की जानकारी निकलकर सामने आई है. इसमें एक जटिल वित्तीय और लॉजिस्टिक नेटवर्क काम कर रहा था. अवैध वित्तीय लेनदेन की आशंका जताई जा रही है. पाकिस्तान के व्यापारिक संस्थानों से जुड़े आर्थिक लेनदेन और मनी ट्रेल भी ट्रेस किए गए हैं. डीआरआई ने मौजूदा स्थितियों को देखते हुए ऑपरेशन सिंदूर और खुफिया तंत्र को और तेज कर दिया है. खुफिया जानकारी और डेटा विश्लेषण के जरिए पाकिस्तानी मूल के सामानों पर नज़र रखी जा रही है. ऑपरेशन डीप मैनिफेस्ट राष्ट्रीय और आर्थिक सुरक्षा में डीआरआई की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. डीआरआई पाकिस्तान मूल के अवैध व्यापार पर लगाम कसने की दिशा में काम करता रहेगा.