बीजापुर एक बार फिर नक्सली आतंक का शिकार हुआ है। माओवादियों ने एक बार फिर अपनी कायरता दिखाते हुए दो निर्दोष ग्रामीणों की हत्या कर दी है।तर्रेम थाना क्षेत्र के छुटवाई गांव में माओवादियों ने कवासी जोगा और मंगलू कुरसम की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि माओवादी इन ग्रामीणों पर पुलिस मुखबिरी का शक जता रहे थे।ग्रामीणों में दहशत का माहौल है और एक बार फिर ये सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या जंगल के इस हिस्से में अब भी सरकार की पकड़ है?क्या नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आम आदमी की जान की कोई कीमत नहीं?
POINTS
- बीजापुर के तर्रेम थाना क्षेत्र का मामला
- छुटवाई गांव में नक्सलियों ने की दो ग्रामीणों की हत्या
- मारे गए ग्रामीण – कवासी जोगा और मंगलू कुरसम
- धारदार हथियार से की गई हत्या, इलाके में दहशत
- नक्सलियों की मुखबिरी के शक में हत्या की आशंका
सुलगते सवाल…
- क्या इन क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह फेल है?
- कब रुकेगा माओवादी हिंसा का सिलसिला?
- सरकार की नक्सल नीति पर अब सवाल उठने चाहिए?
- ग्रामीणों की सुरक्षा किसकी ज़िम्मेदारी?
- क्या पुलिस मुखबिरी के नाम पर निर्दोष मारे जा रहे हैं?