नई दिल्ली/रायपुर। डेस्क। पाकिस्तान और नेदरलैंड्स को हराकर भारतीय टीम ने टी20 विश्व कप में बेहतरीन शुरुआत की है। टीम इंडिया के लिए टूर्नामेंट अभी तक नतीजे के हिसाब से बेहतरीन रहा है, लेकिन कुछ मोर्चों पर टीम इंडिया अभी भी पूरी तरह सफल नहीं दिखी है। अब इसी मोर्चे पर टीम इंडिया की सबसे बड़ी परीक्षा होने वाली है। पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में आज टीम इंडिया का सामना होगा साउथ अफ्रीका से। सुपर-12 के इस मुकाबले के साथ रोहित शर्मा टीम सेमीफाइनल में जगह के लिए अपना दावा मजबूत करना चाहेंगे लेकिन ये इतना आसान नहीं होने वाला। मेलबर्न में तेज उछाल भरी पिच ने अगर भारत-पाकिस्तान मैच को रोमांचक बनाया था, तो पर्थ में भारत-साउथ अफ्रीका का मुकाबला तेज गेंदबाजों के लिए दावत जैसा साबित होने वाला है। ऑप्टस स्टेडियम में भले ही पुराने पर्थ स्टेडियम, वाका, जैसी तेजी न हो, लेकिन नए स्टेडियम की पिच भी तेज गेंदबाजों के लिए मुफीद है और यही भारतीय टीम के सामने सबसे बड़ी चुनौती साबित होगी।
राहुल-रोहित के सामने बड़ी चुनौती :
विश्व कप की शुरुआत से पहले टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर को लेकर संदेह जताया जा रहा था। पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में कप्तान रोहित शर्मा और केएल राहुल की ओपनिंग जोड़ी नाकाम रही थी। रोहित ने तो नेदरलैंड्स के खिलाफ अर्धशतक जमाकर कुछ लय हासिल की, लेकिन राहुल दोनों मैच में नाकाम रहे और ऐसे में उनके लिए ये मैच सबसे अहम है। कगिसो रबाडा, एनरिख नॉर्खिया और वेन पर्नेल जैसे साउथ अफ्रीकी पेसर उनके लिए मुश्किलें पैदा करने को तैयार हैं। सिर्फ राहुल ही नहीं, बल्कि कप्तान रोहित के लिए भी ये आसान नहीं होने वाला। हाल ही में भारत-साउथ अफ्रीका के बीच टी20 सीरीज के दो मैचों में कगिसो रबाडा ने रोहित को 2-2 गेंदों में पवेलियन लौटा दिया था।
फिर कोहली पर नजरें :
बेहतरीन फॉर्म में चल रहे विराट कोहली एक बार फिर भारत के लिए अहम होंगे, जबकि सूर्यकुमार यादव पर भी नजरें होंगी। हालांकि, अच्छी लय के बावजूद दोनों के लिए भी साउथ अफ्रीका से निपटना आसान नहीं होगा। पिच से मिलने वाली अतिरिक्त उछाल के कारण बल्लेबाजों के पास शॉट खेलने के लिए समय कम होगा और यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय बल्लेबाज ऐसी परिस्थितियों में कैसा रवैया अपनाते हैं।
टीम इंडिया प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव करेगी, इसकी उम्मीद बिल्कुल नहीं है। टीम इंडिया के पास तेज गेंदबाजी के जो विकल्प हैं, उन्होंने अभी तक अच्छा किया है, जबकि अक्षर और अश्विन की स्पिन जोड़ी लय में लौटती दिखी है। ऐसे में बदलाव की उम्मीद नहीं है।
बावुमा बनेंगे सिरदर्द?
दूसरी और साउथ अफ्रीकी टीम है, जो खुद अच्छी लय में है। बांग्लादेश की धुनाई करने के बाद साउथ अफ्रीका की नजरें इस मैच में जीत के साथ अपनी स्थिति मजबूत करने पर है। साउथ अफ्रीकी टीम बाएं हाथ के गेंदबाजों के सामने भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरी को देखते हुए मार्को यानसन को मौका मिल सकता है। वहीं क्विंटन डिकॉक की फॉर्म में वापसी ने टीम को बड़ी राहत दी होगी, जबकि राइली रूसो और डेविड मिलर पहले से ही जबरदस्त फॉर्म में हैं। हालांकि, टीम के लिए कप्तान टेंबा बावुमा का खराब दौर चिंता का कारण है और लगातार नाकामी के बाद लय में चल रहे भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप सिंह का सामना करना उनके लिए आसान नहीं होने वाला।
IND vs SA: दोनों स्क्वॉड :
भारत : रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन, हर्षल पटेल, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह, भुवनेश्वर कुमार, दीपक हुड्डा।
साउथ अफ्रीका : टेंबा बावुमा (कप्तान), क्विंटन डिकॉक, एडन मार्करम, डेविड मिलर, राइली रूसो, ट्रिस्टन स्टब्स, कगिसो रबाडा, वेन पर्नेल, केशव महाराज, तबरेज शम्सी, मार्को यानसन, एनरिक नॉर्खिया, रीज़ा हेंड्रिक्स , हेनरिक क्लासन, लुंगी एनगिडी।