हावड़ा/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। कर्नाटक के बाद अब पश्चिम बंगाल में Hijab को लेकर मामला गर्माता नजर आ रहा है। हावड़ा जिले के सांकराइल धुलागढ़ के आदर्श स्कूल में उस समय तनाव का माहौल हो गया, जब कुछ छात्र स्कूल में छात्राओं के हिजाब का विरोध करने पहुंचे। स्थिति तनावपूर्ण होने पर पुलिस मौके पर पहुंची। स्कूलों में अशांति के चलते मंगलवार 11वीं और 12वीं की परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई। कई छात्रों ने स्कूल की मेज और कुर्सियों को उलट दिया, कुछ चीजों में तोड़फोड़ की गई है।
सांकराइल धूलागढ़ के आदर्श स्कूल में कुछ हिंदू छात्र गले में भगवा गमछा डालकर छात्राओं के हिजाब का विरोध करने पहुंचे। बाद में स्कूल के अधिकारियों ने उन्हें अपना ड्रेस खोलने के लिए कहा। कक्षा 11वीं और 12वीं की परीक्षा समाप्त होने पर विद्यालय की प्रबंध समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि छात्र-छात्राएं स्कूल यूनिफॉर्म में आएं।

धार्मिक पोशाक पर रोक :
कोई अन्य धार्मिक पोशाक पहनकर स्कूल आने की अनुमति नहीं है। लेकिन इसके बावजूद आज 3-4 छात्र नाम का टैग लगाकर स्कूल आते हैं। इस घटना का अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों ने विरोध किया तो दोनों गुटों में झड़प शुरू हो गई। स्कूल में तनाव बढ़ने पर अधिकारियों ने पूरी घटना की सूचना पुलिस और प्रशासन को दी, बड़ी संख्या में पुलिस बल पर पहुंची।
अल्पसंख्यक छात्रों का आरोप है कि जब उन्होंने शिक्षकों का विरोध किया तो कई छात्रों ने उनके साथ मारपीट की। पुलिस ने आकर उन्हें हटाया। उन छात्रों का कहना है कि वे स्कूल यूनिफॉर्म के अलावा कोई भी कपड़ा स्वीकार नहीं करते हैं। उधर, हंगामे की खबर पाकर स्कूल के पूर्व छात्र मौके पर पहुंच गए। उनका कहना था कि स्कूल में अव्यवस्था के चलते पढ़ाई ठप पड़ी है। स्कूल प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
11वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द :
उधर, स्कूल के प्रभारी शिक्षक अरिंदम मन्ना ने बताया कि स्कूल की प्रबंध समिति की बैठक कल हुई थी। कोई भी धार्मिक पोशाक पहनकर School नहीं आने का निर्णय लिया गया। लेकिन जब कुछ छात्र नाम का टैग लगाकर आते हैं तो अफरा-तफरी मच जाती है। प्रशासन के निर्देश पर 11वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई है। इस संबंध में दोनों पक्षों के अभिभावकों को बुलाकर दोबारा प्रबंध समिति की बैठक बुलाई जाएगी।