रायपुर। प्रदेश में स्कूली छुट्टियों के लंबे अंतराल के बाद आज यानी गुरुवार से सभी स्कूलों को फिर से खोल दिया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज प्रदेश स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का आगाज किया। धूर नक्सल इलाकों में भी शाला प्रवेश उत्सव का उमंग बच्चों के अंदर देखने को मिला जब बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा और दंतेवाड़ा के स्कूली बच्चों और पालकों से सीएम बघेल ने सीधा संवाद किया। बता दें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विशेष रूप से बुलाए गए विद्यार्थियों का तिलक लगाकर स्वागत किया। मिठाई खिलाई और यूनिफार्म और बस्ता भेंट किया। प्रवेश उत्सव का आयोजन मुख्यमंत्री निवास में किया गया था। सीएम ने बटन दबाकर नक्सल प्रभावित चार जिलों सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर में बंद पड़े 260 स्कूलों को फिर से शुरू किया। इन स्कूलों से 11 हजार 13 बच्चों का दाखिला हुआ है। बीजापुर जिले में सबसे अधिक 158 स्कूल खोले गए हैं। सुकमा जिले में 97, नारायणपुर जिले में 4 और दंतेवाड़ा जिले में एक बंद स्कूल को फिर से खोला गया है। प्रवेश उत्सव से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, नए शिक्षा सत्र 2022 की शुरुआत हम बहुत उम्मीदों के साथ कर रहे हैं। इस वर्ष नियमित शालाएं संचालित हों, साथ ही पिछले सत्रों में हुए नुकसान की भरपाई भी हो सके। नए सत्र के साथ हम नए कार्यों का आगाज भी कर रहे हैं।

स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और बीजापुर के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा भी कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में शामिल थे। इस मौके पर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू,नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, संसदीय सचिव रश्मि सिंह, कुंवर सिंह निषाद और विधायक रामकुमार यादव भी मौजूद रहे। साथ ही अधिकारी वर्ग में विशेष रूप से अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू और शिक्षा विभाग के विशेष सचिव आईएएस राजेश सिंह राणा भी मौजूद रहे।