संभल/रायपुर। द मीडिया पॉइंट। अक्सर देखा जाता है कि जब भी किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके मुंह में गंगाजल डाला जाता है। मान्यता है कि मुंह में गंगाजल डालने से यम के दूत यानी यमदूत मृतक की आत्मा को सताते नहीं हैं, लेकिन क्या आपने कभी देखा है कि अंतिम संस्कार से पहले किसी मृतक के मुंह में गंगाजल की जगह शराब डाली गई हो। जी हां, ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के संभल जिले से सामने आया है। यहां एक व्यक्ति की मौत के बाद उसके बेटों ने उसकी सबसे पसंदीदा चीज पिलाकर अंतिम विदाई दी। परिजनों ने कहा कि गंगाजल से तो नहीं पता, लेकिन अंतिम यात्रा के समय शराब पिलाने से उनकी आत्मा को जरूर शांति मिलेगी। दरअसल, शहर के हल्लू सरायं मोहल्ले के रहने वाले गुलाब सिंह (65) शराब पीने के आदी थे। उनकी सुबह भी शराब पीने के बाद शुरू होती थी और रात की नींद भी शराब पीने के बाद आती थी। परिवार वालों ने गुलाब सिंह की शराब छुड़ाने के लिए न जाने किन-किन डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन उन्होंने शराब पीना बंद नहीं किया। थक हारकर परिजन भी शांत बैठ गए।

आठ मार्च होली वाले दिन अधिक शराब के सेवन से गुलाब सिंह बेहोश हो गए। परिजन आनन-फानन में उनको डॉक्टर के पास ले गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजन अस्पताल से उनका शव घर लेकर चले आए। घर पर उनके अंतिम संस्कार की तैयारी चलने लगी। परिजन शव को लेकर गंगा घाट पहुंचे। यहां चिता में आग लगाने से पहले गुलाब सिंह के बेटों ने उनके मुंह में गंगाजल की जगह शराब की बूंदें डालीं। यही नहीं अंतिम शव यात्रा में पहुंचे कुछ लोगों ने भी मृतक को शराब पिलाकर अंतिम विदाई दी।

पिता ने कहा था- मरने के बाद मेरे मुंह में शराब ही डालना :
गुलाब सिंह के बेटे बंटी ने कहा कि उनके पिता शराब पीने के आदी थे। उनकी इच्छा थी कि अंतिम संस्कार से पहले उनके मुंह में गंगाजल की जगह पर शराब डालना। उनकी इसी इच्छा का हम लोगों ने पालन किया है। प्राचीन काल से कहावत है कि अंतिम संस्कार और अंतिम वक्त में व्यक्ति की अगर अंतिम इच्छा पूरी करें तो उसको स्वर्ग मिलता है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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