हावड़ा/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के काजीपाडा इलाके में राम नवमी पर शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद शनिवार को स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। बहरहाल, इलाके में अभी भी निषेधाज्ञा लागू है, लेकिन एक अधिकारी ने बताया कि भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच सुबह से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई और दुकानें तथा बाज़ार भी खुले रहे। उन्होंने बताया कि इलाके में और उसके आसपास दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा अब भी लागू है और इंटरनेट सेवा निलंबित है।
हावड़ा डीएम मुक्ता आर्य की ओर से शुक्रवार को जारी एक आदेश के मुताबिक, हावड़ा, शिबपुर, संतरागाछी, दासनगर, सलकिया, मालीपंचघोरा और जगचा इलाकों में सीआरपीसी की धारा-144 के तहत एक अप्रैल 2023 तक निषेधाज्ञा लागू की गई थी। इस इलाके में और उसके आसपास झड़पों के दौरान कई दुकानें तथा मकानों में तोड़फोड़ की गई थी। अधिकारी ने बताया कि राज्य अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने झड़पों की जांच पूरी कर ली है।
उन्होंने कहा, ”स्थिति नियंत्रण में तथा शांतिपूर्ण है। आम जनजीवन पटरी पर लौट रहा है। हालांकि, स्थिति को काबू में रखने के लिए पुलिस बल तैनात है। अभी के लिए सुरक्षा उपायों के तौर पर इंटरनेट सेवा निलंबित रहेगी। सीआईडी ने झड़पों की जांच पूरी कर ली है।” इस बीच, पुलिस ने शुक्रवार-शनिवार की मध्यरात्रि को छापे मारे तथा तोड़फोड़ में शामिल होने के आरोप में कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा, ”हम हिंसा वाले दिन घटनास्थल से मिले वीडियो फुटेज की मदद से उनकी संलिप्तता की पुष्टि कर रहे हैं। अगर वे दोषी पाए जाते हैं, तो कानून के अनुसार उन पर कार्रवाई की जाएगी।”
बता दें कि गुरुवार को राम नवमी के दिन शाम को दो समूहों के बीच उस समय झड़प शुरू हो गई थी, जब शोभायात्रा हावड़ा में काजीपाडा से गुज़र रही थी। हिंसा के दौरान कई दुकानों में लूटपाट की गई थी, जबकि कुछ पुलिस वाहनों समेत कई कारों को आग के हवाले कर दिया गया था। इलाके में शुक्रवार दोपहर को स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया था, जिसके बाद वहां निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि हावड़ा में हुई हिंसा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बजरंग दल जैसे अन्य दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ता हथियारों के साथ शामिल थे। उन्होंने लोगों से इलाके में शांति बनाये रखने की अपील की।
हालांकि, बीजेपी ने ममता के आरोपों से इनकार किया है और मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हावड़ा में हिंसा को लेकर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस से फोन पर बात की थी और स्थिति का जायजा लिया था। शाह ने इस संबंध में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार से भी बात की थी।
इस बीच, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा और उन पर पथराव करने वालों को बचाने का आरोप लगाया। बीजेपी की नेता ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि हिंदुओं के एक धार्मिक कार्यक्रम में इस तरह का ”हमला” हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘लक्ष्मी पूजा’ के दौरान इसी तरह का हमला हुआ था। ईरानी ने आरोप लगाया, ”फिर भी ममता बनर्जी हिंदू समुदाय की रक्षा नहीं कर सकीं।” केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”न्याय देने के बजाय, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कानून अपने हाथों में लेने वालों और रामनवमी के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा पर हमला करने वालों का बचाव किया।”