रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। राजस्थान में अपनी सरकार के खिलाफ कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मोर्चा खोल दिया है। अब सचिन पायलट को छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का साथ मिला है। टीएस सिंहदेव ने कहा कि सचिन पायलट को लगता होगा कि चुनावों में हमने वसुंधरा सरकार के खिलाफ जांच की बात कही थी। सरकार ने उस वादा को पूरा नहीं किया है। अब हम जब चुनाव में जाएंगे तो लोग सवाल पूछेंगे तो जवाब क्या देंगे। उन्होंने कहा कि शायद यही सोचकर वह ऐसा कर रहे हैं।
टीएस सिंहदेव ने कहा कि उन्हें ऐसा लगा होगा कि इसलिए वह आवाज उठा रहे हैं। यह सरकार के खिलाफ नहीं, वसुंधरा राजे के खिलाफ है। वसुंधरा राजे के कार्यकाल की जांच होनी चाहिए। जनता के दबाव में उन्होंने यह फैसला लिया होगा। टीएस सिंहदेव ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने जिन मुद्दों को उठाया, उसका प्रभाव पड़ा। यही वजह है कि वसुंधरा राजे सत्ता में नहीं हैं। अब फिर से चुनाव नजदीक है और सचिन पायलट राजस्थान में पार्टी के सीनियर नेता हैं। उन्हें इसका जवाब देना होगा।
उन्होंने कहा कि सचिन पायलट ने सिर्फ एक मुद्दा उठाया है। अशोक गहलोत काफी मैच्योर हैं। दोनों आपस में बातकर चीजों को सुलझा लेंगे। कांग्रेस नेतृत्व कोशिश करेगी कि सभी में संतुलन बनाए रखेंगे। वहीं, पब्लिक में गलत संदेश जाने को लेकर टीएस सिंहदेव ने कहा कि इसका मतलब है कि आप चुप रहें। यह पार्टी विरोधी गतिविधि नहीं है। यह जनहित से जुड़े मुद्दे हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट 11 अप्रैल से जयपुर में धरना देने वाले हैं। उनके साथ पार्टी के अन्य नेता भी होंगे। इसे लेकर पार्टी के अंदर खलबली मची हुई है। छत्तीसगढ़ से भी उनके समर्थन में आवाज उठी है। चुनावी साल में विरोध की आवाजें कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती हैं।