झांसी/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम के झांसी में एनकाउंटर के उपरांत बरेली में अशरफ के गुर्गे दहशत में आ चुके है। बरेली जेल में रहते हुए अशरफ ने साले सद्दाम व गुर्गे लल्ला गद्दी के सहारे जिले में नेटवर्क तैयार कर लिया था। लल्ला इन दिनों जेल में गुजार रहे है। सद्दाम फरार है। लल्ला की हिस्ट्रीशीट खोलने की संस्तुति भी दी गई है।
उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी 5 लाख के इनामी असद व उसके साथी शूटर गुलाम का यूपी STF ने गुरुवार को झांसी में एनकाउंटर किया जा चुका है। दूसरी ओर अतीक अहमद और अशरफ का रिमांड भी मंजूर हो चुकी है। जिससे अशरफ के गुर्गों में दहशत बढ़ती जा रही है। जो गुर्गे अतीक, अशरफ और सद्दाम के नाम पर रौब गांठते थे, STF की कार्रवाई के उपरांत वे भूमिगत हो चुके है। सद्दाम और लल्ला गद्दी अशरफ की उसके गुर्गों से मुलाकात कराते थे। जिसमे जेल स्टाफ उनका साथ देता था।

उमेश पाल हत्याकांड में अशरफ के नामजद होने के उपरांत सद्दाम और लल्ला गद्दी के विरुद्ध बिथरी चैनपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमें लल्ला जेल चला गया है। उसकी हिस्ट्रीशीट खोलने के उपरांत गैंग चार्ट बनाने की तैयारी है। हाल ही में मारपीट, हमले से जुड़े सामान्य केसों में भी उसका नाम जुड़ने लगा है। अशरफ का साला सद्दाम अभी फरार है। बरेली व लखनऊ STF उसकी तलाश में लगे हुए है।
अशरफ से मिलने बरेली जेल आया था असद :
उमेश पाल हत्याकांड से पूर्व 11 फरवरी को असद बरेली आ गया है। उसने शूटरों के साथ बरेली जिला जेल में बंद अपने चाचा अशरफ से मुलाकात कर ली है। इनमें विजय चौधरी उर्फ उस्मान, गुलाम और अजहर समेत नौ लोग शामिल थे। प्रयागराज पुलिस ने खुलासा किया था कि उमेश पाल के कत्ल की योजना साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद और बरेली जेल में बंद अशरफ ने बना दी गई थी। CO तृतीय आशीष प्रताप सिंह ने बताया कि लल्ला गद्दी की हिस्ट्रीशीट खोलने की संस्तुति की जा चुकी है। जिसके उपरांत गैंग का पंजीकरण भी कराया जाने वाला है।