रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। प्रदेश के कई हिस्सों में रविवार को बादलों की आंख मिचौली जारी रही। वहीं, मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भी बादल आंशिक रूप से छाए रहेंगे, जबकि दोपहर, देर शाम या रात तक हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार बन रहे हैं। वहीं, प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है, जबकि एक से दो स्थानों पर भारी वर्षा के साथ गरज-चमक और वज्रपात होने के आसार हैं।

इसके अलावा प्रदेश के अधिकतम तापमान में अगले पांच दिनों तक कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है, जबकि कुछ स्थानों पर न्यूनतम तापमान में कमी आ सकती है। वहीं, रविवार को प्रदेश के कई स्थानों में एक से लेकर छह सेंटीमीटर तक वर्षा दर्ज की गई। जिसमें सर्वाधिक वर्षा राजनांदगांव जिले में छह सेमी हुई।

सरगुजा में औसत से 61 प्रतिशत कम वर्षा :
इस बार मानसून के आने के बाद अब तक सरगुजा जिले में सबसे कम वर्षा हुई है। नौ जुलाई तक सरगुजा जिले में 135 मिमी औसत वर्षा हुई है, जबकि इस अवधि में लगभग 346 मिमी औसत वर्षा होती है। यह मात्रा प्रदेश भर में सबसे कम है। अब तक सरगुजा में औसत वर्षा 61 प्रतिशत कम है। जिला मुख्यालय अंबिकापुर में भी औसत वर्षा सामान्य से काफी कम है। उत्तरी छत्तीसगढ़ में आषाढ़ के बाद अब सावन में भी वर्षा की झड़ी का इंतजार है। संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में एक जून से अब तक की स्थिति में औसत वर्षा पचास फीसदी कम हुई है।

मानसून द्रोणिका अब उत्तर-पश्चिम तक विस्तारित :
मौसम विभाग के अनुसार मानसून द्रोणिका अब जैसलमेर, अजमेर, शिवपुरी, सीधी, डाल्टेनगंज, शांति निकेतन और वहां से पूर्व की ओर मणिपुर तक गुजरती है, जो कि समुद्र तल से डेढ़ किमी की ऊंचाई पर स्थित है। इस वजह से उत्तरी छत्तीसगढ़ में बारिश के आसार ज्यादा दिखाई दे रहे हैं।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !! You are not allowed to copy this page, Try anywhere else.