प्रयागराज/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। एसडीएम ज्योति मौर्या और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के खिलाफ हुई शिकायतों की जांच की रिपोर्ट डीजी होमगार्ड विजय कुमार मौर्या को सौंप दी गई है। दरअसल, आलोक मौर्या ने ज्योति मौर्या और मनीष दुबे पर गंभीर आरोप लगाए थे। आलोक मौर्या ने कहा था कि ज्योति और मनीष उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। दोनों उसको रास्ते से हटाना चाहते हैं। आलोक के आरोपों को देखते हुए डीजी होमगार्ड विजय कुमार मौर्या ने डीआईजी प्रयागराज रेंज के जांच के आदेश दिए थे।
अब डीआईजी रेंज प्रयागराज संतोष कुमार ने अपनी जांच रिपोर्ट डीजी होमगार्ड विजय कुमार मौर्या को सौंपी है। सूत्रों की मानें तो होमगार्ड संगठन के डीआईजी रेंज प्रयागराज संतोष कुमार ने अपनी जांच में कमांडेंट मनीष दुबे को दोषी पाया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू करने की सिफारिश की गई है। मनीष दुबे को जल्द ही निलंबित किया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो आलोक मौर्या ने डीआईजी रेंज प्रयागराज को ज्योति मौर्या और मनीष दुबे के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत की कुछ रिकॉर्डिंग दी है। इसमें दोनों आलोक दुबे को रास्ते से हटाने की बात कर रहे हैं। फॉरेंसिक जांच में यदि रिकॉर्डिंग सही पाई जाती है तो दोनों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
आलोक ने ज्योति-मनीष की वॉट्सऐप चैट की थी वायरल :
दरअसल, बरेली की सुगर मिल में बतौर जीएम के पद पर तैनात ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या का विवाद इस समय सुर्खियों में बना हुआ है। आलोक ने आरोप लगाए हैं कि उनकी पत्नी के संबंध गाजियाबाद में तैनात होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से हैं। आलोक ने ज्योति और मनीष की वॉट्सऐप चैट भी वायरल की थी, जिसके बात ज्योति और मनीष के संबंधों को लेकर तरह-तरह के कयास लगने लगे थे।
आलोक ने CM को लेटर लिख ज्योति की शिकायत की थी :
मामला माडिया में आया तो ज्योति मौर्या ने अपनी सफाई पेश की। उन्होंने कहा कि आलोक जो भी आरोप लगा रहे हैं, वह सभी झूठे हैं। दरअसल, आलोक ने होमगार्ड कमांटेंड से ज्योति के संबंधों के साथ-साथ कुछ कागजात भी दिखाए थे, जिसमें कुछ एंट्री दर्ज थी। आलोक ने कहा था कि ये सभी एंट्री अवैध वसूली से संबंधित हैं। ज्योति को इन जगहों से कमीशन मिलता है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक शिकायत पत्र भी भेजा था।
लखनऊ में अधिकारियों से मिल ज्योति ने दी सफाई :
अब महिला अधिकारी पर खुद उसके पति ने इस तरह का आरोप लगाया तो प्रशासनिक हल्के में भी खलबली मच गई। आनन-फानन में ज्योति मौर्या को लखनऊ जाकर में इस पर सफाई पेश करनी पड़ी। उन्होंने शासन के नियुक्ति विभाग में अपना पक्ष रखा। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं। इसकी जांच कराई जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो। इसको लेकर लखनऊ डीएम और कमिश्नर को एक पत्र भी दिया।