अमरावती/रायपुर। अमरावती केमिस्ट हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने 10 हजार रूपए और मोटरसाइकिल (बाइक) लेकर केमिस्ट उमेश कोल्हे (Umesh Kolhe) की हत्या को अंजाम दिया था। पुलिस कमिश्नर आरती सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने सांसद नवनीत राणा के आरोपों को बेबुनियाद और झूठा बताया है। महाराष्ट्र की अमरावती पुलिस को नुपुर शर्मा का समर्थन करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट और केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के बीच तार जुड़े होने के बारे में पता था, लेकिन मामले की ”अत्यंत संवेदनशील” प्रकृति के कारण पहले इसका खुलासा नहीं किया गया। पुलिस आयुक्त आरती सिंह ने सोमवार को यह जानकारी दी। प्रथम दृष्टया, कोल्हे की हत्या भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा का समर्थन करने के लिए की गई थी, जिनकी पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गई टिप्पणियों से सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश पैदा हो गया था।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने अभी तक सात आरोपियों को हिरासत में लिया है। वहीं आठवां आरोपी शमीम भी हमारे रडार पर है। इस मामले मे आरोपियों से दो मोटरसाइकिल और तीन चाइनीज चाकू भी बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आज या कल हम इस घटना की जांच एनआईए को सौंप रहे हैं। उन्होंने खुलासा किया कि उमेश कोल्हे का मर्डर करने के लिए इरफान ने पांच आरोपियों को दस हजार रूपए और मोटरसाइकिल दी थी।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले मैंने विधायक रवि राणा के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया था, इसलिए सांसद नवनीत राणा मुझ पर झूठे आरोप लगा रही हैं। उन्होंने सांसद नवनीत राणा के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने बताया कि इस तरह की पोस्ट वायरल होने के बाद शहर के तीन लोगों को धमकियां मिली हैं, लेकिन उनमें से केवल एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई है और दो लोग आगे आने के लिए तैयार नहीं हैं। बता दें कि सांसद नवनीत राणा ने एक दिन पहले ही अमरावती की पुलिस कमिश्नर पर इस मामले को दबाने का आरोप लगाया था। साथ ही कहा था कि इस मामले में डकैती की जांच की गई थी।