बालोद/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। प्रदेश के बालोद जिले के श्रम विभाग वाले मामले में जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जांच के बाद कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दे दिए गए है। लेकिन इस मामले में एक ट्विस्ट सामने आया है। दरअसल, जिस कर्मचारी द्वारा फर्जी तरीके से शासन की योजनाओं का लाभ अपनी पत्नी को दिलाया गया है, उसे अचानक छुट्टी मिल गई और उक्त कर्मचारी अपने चॉइस सेंटर को बंद कर कुछ दिनों के लिए रफूचक्कर हो गया है। वहीं मामले की जानकारी तब मिली जब कुछ अधिकारी उसके चॉइस सेंटर में जांच करने पहुंचे थे। तब चॉइस सेंटर में ताला देख वे बेरंग वापस लौट गए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त कर्मचारी को छुट्टी पर भेजने का प्री-प्लान विभागीय अधिकारी के द्वारा बना लिया गया था। इसी के तहत उक्त कर्मचारी को छुट्टी पर भेजा गया है ताकि जांच में देरी हो जाए और मामला किसी तरह दब जाए। द मीडिया पॉइंट में खबर लगने के बाद इस मामले में संलिप्त अधिकारी और कर्मचारी पर जांच के बाद कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए गए है, जिसमे किसी तरह से भी देरी करने के लिए उक्त कर्मचारियों द्वारा सम्पूर्ण प्रयास किए जा रहे है। शासन के योजनाओं का दुरूपयोग करने वाले ऐसे संलिप्त कर्मचारी और अधिकारी पर एफआईर भी होनी चाहिए और उच्च स्तरीय जांच कर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए।