नई दिल्ली/रायपुर। द मीडिया पॉइंट। रोहित रोए, सिराज रोए, विराट की भी आंखें हुई नम। वर्ल्ड कप फाइनल में मिली हार के बाद भारतीय क्रिकेटरों के आंसू रोके नहीं रुके। इनके दिल के जज्बात बाहर आ गए। चेहरे ने सीने में छिपे दर्द को बयां कर दिया। 10 मैचों की खुशी एक पल में गम के सागर में बदल गई। सपना जो रोहित शर्मा ने कप्तान बनते ही देखना शुरू कर दिया था, वो छन से टूट गया। पूरे वर्ल्ड कप के दौरान हाई जोश में दिखने वाले भारतीय खेमें में सन्नाटा अब पैर पसारे था। अपनी क्रिकेट के दम पर जिस जग को ये जीतने चले थे वही जग अब इनके लिए मानों सुना पड़ चुका था।
वैसे तो वर्ल्ड कप फाइनल में मिली हार से पूरी टीम इंडिया पर दुखों का पहाड़ टूटा है। लेकिन, कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं, जिनके लिए शायद ये एक ऐसा घाव बन चुका है, जिसे अब कभी भरा नहीं जा सकता है। उन खिलाड़ियों में सबसे ऊपर नाम कप्तान रोहित शर्मा का है, जो उम्र के उस पड़ाव पर खड़े हैं, जहां से ये कह पाना मुमकिन नहीं की वो अगला वर्ल्ड कप खेलेंगे भी या नहीं। इसी तरह रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी भी हैं। उम्र की दहलीज पर खड़े खिलाड़ियों की इस लिस्ट में विराट कोहली भी हैं, जिनके पास बेशक एक बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का एहसास है, लेकिन, वैसा दूसरा मौका शायद उन्हें भी अब ना मिले।
टीम इंडिया के पास था सुनहरा मौका :
इसमें दो राय नहीं कि टीम इंडिया के लिए वर्ल्ड कप जीतकर ICC टूर्नामेंट में 12 साल के अपने इंतजार को खत्म करने का ये सबसे सुनहरा मौका था। इसकी एक वजह टीम के सभी खिलाड़ियों का फॉर्म में होना और मैदान पर उनका विजय रथ पर सवार होना तो था ही। इसके अलावा कयास इस बात से भी जोर पकड़ रहे थे क्योंकि पिछले 3 वर्ल्ड कप का ये ट्रेंड रहा था कि मेजबान टीम ने ही वर्ल्ड चैंपियन का ताज पहना था।
रोहित शर्मा के बयानों से भी जगी थी उम्मीद :
टीम इंडिया में वर्ल्ड कप जीतने की ललक कप्तान रोहित शर्मा के बार-बार दिए जा रहे बयानों से भी साफ झलक रही थी। टीम इंडिया के एशिया कप जीतने के बाद जब पटाखे फूटने शुरू हुए थे तो उन्होंने भरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था- वर्ल्ड कप जीतने का बाद फोड़ना यार। इसके अलावा भी कई सारे इंटरव्यू में वो ये कहते दिखे कि सोते, जागते वो बस वर्ल्ड कप की ही सोच रहे हैं।
छन से टूट गया रोहित शर्मा का सपना :
मतलब ये कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को इस मौके की अहमियत का अच्छे से पता था। इस मौके को भुनाने में टूर्नामेंट का आगाज भी अच्छा रहा। लेकिन अंजाम उम्मीदों से दूर रह गया। सारे मैच जीतने वाला भारत वर्ल्ड कप का फाइनल नहीं जीत सका। इस दर्द ने रोहित शर्मा को इस कदर आहत किया जैसे सीना छलनी हो गया। नम आंखों से उन्होंने तुरंत ही पवेलियन की राह पकड़ ली।
वर्ल्ड कप फाइनल के बाद टीम इंडिया ऐसे टूटी :
फाइनल के नतीजे ने बाकी खिलाड़ियों को भी झकझोर कर रख दिया। विराट कोहली की आंखें डबडबाई दिखी। सिराज टूट चुके थे, उनकी आंखों में आंसू थे। हार के बाद टीम में ऐसा माहौल होना लाजमी था। लेकिन इस सिचुएशन में भी खिलाड़ी एक दूसरे को ढांढस बंधाते और हिम्मत देते दिखे। यही टीम इंडिया है। यही एक बेहतर टीम की निशानी है।