नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। फिशिंग अटैक के बारे में आपने सुना होगा, यह साइबर अपराध का सबसे खतरनाक औजार है। यह ऐसा अपराध है जिसमें घात लगाकर हमला किया जाता है। आप पर सीधा हमला नहीं होता, बल्कि आपको बैंक खाते को निशाना बनाया जाता है। एक छोटी गलती आपकी जिंदगी भर की कमाई डूबा सकती है। बस एक क्लिक भर की देर होती है और पैसा इस पार से उस पार हो जाता है। फिशिंग अटैक मैसेज, ईमेल के माध्यम से होता है। तो आइए उन 4 तरीकों के बारे में जानते हैं जिससे यह साइबर फर्जीवाड़ा होता है।

1- मैसेज, ईमेल से शुरुआत :
फिशिंग अटैक की शुरुआत आपके फोन पर आए मैसेज या ईमेल होती है। फोन के साथ आपके कंप्यूटर पर भी संदिग्ध ईमेल आ सकता है। सारी गड़बड़ी यही से शुरू होती है। मैसेज या ईमेल में कुछ ऐसा झांसा दिया रहेगा कि आप न चाहते हुए भी उसे खोलेंगे और पढ़ेंगे। इसके बाद फर्जीवाड़े का दूसरा चरण शुरू होता है।

2- डर का फायदा लेने की कोशिश :
एक बार जब आप मैसेज या ईमेल खोल लेंगे, तो उसमें कुछ ऐसा लिखा रहेगा जिससे आप डर में या सकते में पड़ जाएंगे। मसलन, मैसेज में लिखा रहेगा कि आपके इंटरनेट बैंक खाते में किसी ने लॉगिन करने की कोशिश की है। इससे आपको भारी घाटा हो सकता है। मैसेज में यह भी लिखा हो सकता है कि आपका बिजली कनेक्शन कटने वाला है। बैंक खाता बंद होने वाला है, सिम ब्लॉक होने वाला है। इसलिए, तुरंत इससे बचने का उपाय कर लें।

3- उपाय के नाम पर झांसा देना :
आपको डर दिखाने के बाद साइबर चोर मेल या मैसेज में उपाय भी बताएगा। उपाय के नाम पर आपसे किसी नंबर पर फोन करने के लिए कहा जाएगा। फोन करने पर आपको एक लिंक दिया जाएगा और उस पर क्लिक करने की बात कही जाएगी। लिंक पर क्लिक करने के बाद पेमेंट करने के लिए कहा जाएगा। साइबर अपराधी यह कहता है कि पेमेंट कर दें तो आपका खाता बंद नहीं होगा, बिजली कनेक्शन या सिम ब्लॉक नहीं किया जाएगा।

4- लिंक नहीं, लूट है :
आपसे फोन पर बात करने वाला साइबर अपराधी जिस लिंग का यूआरएस देगा, वह बेहद चालाकी भरा होगा। आपको यह लिंक किसी सरकारी एजेंसी या बैंक के नाम से होगा। आप इसके झांसे में आ सकते हैं और उस पर क्लिक कर सकते हैं। फिर आपसे बैंक अकाउंट की डिटेल, इंटरनेट बैंकिंग यूजर आईडी, पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड-डेबिट कार्ड का नंबर, सीवीवी, एटीएम पिन या ओटीपी पूछा जा सकता है। जैसे ही जानकारी लीक होगी, आपका खाता खाली हो जाएगा।

बचने के लिए क्या करें :
फर्जीवाड़े का मैसेज या ईमेल कतई न खोलें। लालच भरे मैसेज से सावधान रहें जिसमें कुछ रुपये लगाकर लाखों फायदे की बात होती है। बिजली कनेक्शन, सिम ब्लॉक होने की जानकारी वाले मैसेज से सावधान रहें। बिजली कनेक्शन बंद होना होगा तो बिजली विभाग का कर्मचारी आपके घर आकर बताएगा और कनेक्शन काटेगा। सिम ब्लॉक होने पर आपको नजदीकी मोबाइल कंपनी के दफ्तर में जाने के लिए कहा जाएगा, न कि आपको किसी नंबर पर कांटेक्ट करने की बात कही जाएगी। गलती से आपने मैसेज में दिए लिंक को क्लिक कर भी दिया तो तुरंत बैंक को इसकी जानकारी दें और कार्ड को बंद कराएं। जल्दी करें वरना पैसे गायब होने का मैसेज आ सकता है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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