नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। राजधानी दिल्ली में सोशल मीडिया के जरिए हनीट्रैप में फंसाने के आरोप में एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। जहां दिल्ली पुलिस ने एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस का कहना है कि आरोपी खुद को पुलिस अधिकारी और एनजीओ सदस्य बताते थे, जिसके बाद पीड़ितों को फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी देते थे। बताया जा रहा है कि आरोपी खुद को पुलिसकर्मी बताकर पीड़ितों से रकम ऐंठते थे। वहीं, पुलिस को शक है कि वे पहले ही 50 से ज्यादा लोगों को ठग चुके हैं। फिलहाल, पुलिस आरोपी की जांच-पड़ताल में जुट गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने आरोपियों के पास से एक कार, 4 मोबाइल, घटना में इस्तेमाल पुलिस की वर्दी अन्य सामान बरामद किया गाया है। गिरोह के सरगना हनी सक्सेना सहित अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस लगातार उके ठिकानों पर दबिश दे रही है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि आरोपियों की पहचान सनी सुनेजा, हेमलता, मोहम्मद शफीक और दीपक बुद्धिराजा के रूप में हुई है।
हेमलता पहले भी हो चुकी है गिरफ्तार :
वहीं, आरोपी सनी सुनेजा जो खुद को सब-इंस्पेक्टर बताता था। जबकि, मोहम्मद शफीक, जिसने खुद को एक एनजीओ सदस्य बताया था। साथ ही दीपक बुद्धिराजा, ड्राइवर और हेमलता, जोकि बुराड़ी में एक ब्यूटी पार्लर की मालिक थी। बताया जा रहा है कि हेमलता इससे पहले भी रंगदारी के आरोप में गिरफ्तार हो चुकी हैं।
क्या है मामला?
इस मामले में डीसीपी (शाहदरा) रोहित मीणा ने कहा कि 29 जनवरी को उन्हें शाहदरा की रहने वाली 46 साल के एक शख्स ने शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ता ने एक सोशल नेटवर्किंग साइट पर दिए गए नंबर पर कॉल करने के बाद एक महिला से दोस्ती की थी, जिसके बादा दोनों ने वाट्सएप पर बातें करनी शुरू कर दी।
29 जनवरी को उसने पीड़ित को सीमापुरी में मिलने के लिए बुलाया। उस दौरान पीड़ित अपनी कार लेकर वहां पहुंच गया। उसने देखा कि महिला अपनी एक सहेली के साथ खड़ी हुई है। जहां दोनों पीड़ित की कार में बैठी और उसे शालीमार गार्डन में एक अज्ञात फ्लैट पर ले गईं। इस दौरान जब पीड़ित युवती से बात कर रहा था, तभी पांच से छह लोग फ्लैट में जबरन घुस गए।
रेप की धमकी देकर 10 लाख रुपए कि मांग की :
इस दौरान पीड़त ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि फ्लैट में एक बदमाश ने खुद को पुलिसकर्मी बताया। जबकि, दूसरे ने खुद क्राइम ब्रांच का अधिकारी कहा। वहीं, तीसरे शख्स ने एनजीओ का अधिकारी बताया। इसके बाद सभी आरोपियों ने रेप के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर उससे 10 लाख रुपए की मांग की। ऐसे में जब युवक ने रुपए देने से इनकार कर किया तो उसके साथ आरोपियों ने मारपीट की। वहीं, जब 2 आरोपी बदमाश रुपए लेने के लिए पीड़ित को उसकी कार से सीमापुरी लेकर गए। इस दौरान पीड़ित के शोर मचाने पर स्थानीय लोगों ने सन्नी को दबोच लिया, जबकि उसका साथी मौके से फरार हो गया।
पूछताछ में आरोपी ने किए बड़े खुलासे :
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस आरोपी को अपने साथ थाने ले आई। जब पुलिस ने आरोपी सन्नी से पूछताछ की तो आरोपी ने कहा किउसका इस गिरोह से कोई लेना देना नहीं है। जहां पर उसे हनी सक्सेना ने पुलिस बनने का नाटक करने के लिए कहा था। सन्नी ने बताया कि उसे जानकारी नहीं थी कि, जो फ्लैट में चल रहा है वो असली था। फिलहाल, पुलिस आरोपी हनी सक्सेना की तलाश में जुट गई है।